दिल्ली मेट्रो बस फीडर में करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. आने वाले दिनों में बस फीडर की संख्या बढ़ाकर 300 के करीब कर दी जाएगी. साथ ही, फीडर बसों का परिचालन अब सरकार करेगी. लेकिन उसके लिए डिपो व पार्किंग की सुविधा डीएमआरसी ही उपलब्ध कराएगी. दिल्ली परिवहन विभाग ने इस समझौते के तहत उसके अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
बता दें, अभी दिल्ली में 85 ई-फीडर बसें हैं. लेकिन अब सरकार इसकी संख्या 300 के करीब करना चाहती है. इससे यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी. सरकार का प्लान है कि यात्रियों को इससे लास्ट माइल कनेक्टिविटी के साथ बेहतर फ्रीक्वेंसी मिल सके.
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि मेट्रो के फीडर बसों का परिचालन हम अपने हाथों में ले रहे हैं. हम इसका प्रयोग लास्ट माइल कनेक्टविटी के साथ बेहतर फ्रीक्वेंसी उपलब्ध कराने के लिए करेंगे. उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो ने कुल 300 इलेक्ट्रिक फीडर बसों की निविदा की है.
उन्होंने कहा कि हमने बेहतर फ्रीक्वेंसी के लिए बसों के रूट्स रेशनलाइजेशन का अध्ययन कराया है. उसके हिसाब से फीडर बसों का परिचालन अलग-अलग रूट पर चलाया जाएगा, जिससे उसका पूरा उपयोग बेहतर कनेक्टिविटी के लिए किया जा सके. इस दौरान यह ध्यान रखा जाएगा कि मेट्रो नेटवर्क के साथ भी कनेक्टिविटी बनी रहे.
वर्तमान में दिल्ली मेट्रो की कुल 85 इलेक्ट्रिक फीडर बसें पूर्वी व उत्तरी जोन के 10 से अधिक रूट पर चल रही हैं. यह 15 से अधिक मेट्रो स्टेशन से यात्रियों को कनेक्ट करती है. इससे शास्त्री पार्क, यमुना बैंक, अक्षरधाम, लक्ष्मी नगर के अलावा आजादपुर, आदर्श नगर, मॉडल टाउन समेत अन्य स्टेशनों कनेक्ट होते हैं. यह सभी बसें वातानुकूलित है जिसमें मेट्रो स्मार्ट कॉर्ड से किराए का भुगतान होता है.