नीट पीजी काउंसलिंग 2021 में देरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पहले प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स को हिरासत में लिया गया था, अब इनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है. लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ है. अब दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर्स सफदरजंग अस्पताल से स्वास्थ्य मंत्रालय तक मार्च निकालेंगे.
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- सोमवार को सुप्रीम कोर्ट तक मार्च कर रहे डॉक्टरों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसके बाद मंगलवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर मार्च करने का फैसला लिया है. दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर आज सफदरजंग अस्पताल से स्वास्थ्य मंत्रालय तक मार्च निकालेंगे.
- इससे पहले दिल्ली के आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन में डॉक्टरों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर्स के खिलाफ IPC की धारा 186, 353, 332, 148,147, 149, 279, 270 और 3 प्रिवेंशन ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट के तहत FIR हुई है.
नीट पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर दिल्ली के ITO के पास प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को पुलिस ने बलपूर्वक रोड से हटा दिया है.
प्रदर्शनकारी और पुलिस में झड़प
प्रदर्शनकारी डॉक्टर रोड को ब्लॉक कर आंदोलन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस और डॉक्टरों के बीच हल्की झड़प भी हुई है.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के दौरान 12 डॉक्टरों को हिरासत में भी लिया था जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया. प्रदर्शन के दौरान भीड़ को हटाने में 7 पुलिसकर्मी भी मामूली रूप से घायल हुए हैं.
बता दें कि सोमवार की सुबह करीब 8 बजे बहादुरशाह जफरमार्ग पर 70-80 डॉक्टरों ने प्रदर्शन के दौरान रोड को ब्लॉक कर दिया था.
जब प्रदर्शनकारी दूसरी तरफ की सड़क को भी ब्लॉक करने लगे तो शाम करीब 4 बजे पुलिस ऐसे डाक्टरों को जबरन बस में भरकर वहां से ली गई थी. इस दौरान गुस्साए डॉक्टरों ने बस का शीशा भी तोड़ दिया था.
क्यों कर रहे हैं डॉक्टर प्रदर्शन
नीट पीजी काउंसलिंग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स पिछले 11 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं. काउंसलिंग शेड्यूल में लगातार हो रही देरी के चलते रेजिडेंट डॉक्टरों ने जल्द से जल्द काउंसलिंग शेड्यूल की मांग कर रहे हैं. NEET PG Counselling 2021 पहले 25 अक्टूबर 2021 से शुरू होनी थी.
सुप्रीम कोर्ट ने EWS कोटे की वैधता को लेकर इस पर रोक लगा दी थी. वहीं दूसरी तरफ मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने 18 दिसंबर, 2021 अपनी ऑफिशियल वेबसाइट mcc.nic.in पर काउंसलिंग के संबंध में एक नोटिस जारी किया था.
नोटिस के अनुसार काउंसलिंग 4 राउंड में आयोजित की जानी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस नई काउंसलिंग पॉलिसी को मंजूरी दे दी है. यह निर्णय 50 प्रतिशत पोस्ट ग्रेजुएट सीटें और 15 प्रतिशत ग्रेजुएट सीटों पर लागू होगी.
FORDA का स्वास्थ्य संस्थानों को बंद रखने का ऐलान
प्रदर्शन को लेकर फेडरनेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को बंद रखने का ऐलान किया है.
FORDA ने देश की चिकित्सा बिरादरी से घटना की निंदा करने और समर्थन में आगे आने की अपील की है.
डॉक्टर्स के प्रदर्शन पर राजनीति
डॉक्टरों के समर्थन में कांग्रेस खुलकर मैदान में आ गई है और मोदी सरकार पर हमलावर है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सरकार के रवैये पर सवाल खड़ा किए हैं.
प्रियंका ने ट्वीट करके कहा- ''कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया. अब समय है पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले और इनकी मांगों को अनसुना करने वाले नरेंद्र मोदी जी को नींद से जगाएं. डॉक्टरों को झूठा PR नहीं, सम्मान और हक चाहिए.
मरीजों को हो रही है दिक्कत
बता दें कि रेजिडेंट डॉक्टरों के इस प्रदर्शन से आम मरीजों को इलाज में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली के कई अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए परेशान है लेकिन उन्हें देखने वाला कोई डॉक्टर नहीं है.
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