हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को साफ तौर पर कहा कि पानी की कमी वाला उनका प्रदेश अकेले दिल्ली की पानी की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की प्रशासकीय परिषद की बैठक में रखे गए अपने संबोधन में खट्टर ने कहा, ‘अन्य राज्य भी आगे आएं और इस संबंध में अपना योगदान करें.’
उन्होंने कहा, ‘अंतर-राज्यीय नदी जल को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित किया जाए और राष्ट्रीय उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए हमें अंतर-राज्यीय विवाद को एक तरफ रखना होगा.’ पिछले कुछ सालों से दिल्ली, हरियाणा से और पानी मांगता रहा है.
खट्टर ने कहा, ‘सतही और भूमिगत जल स्रोतों के लिहाज से हरियाणा पानी की कमी वाला राज्य है. राज्य में भूमिगत जल स्रोत, खास तौर से साफ पानी वाले क्षेत्र में अत्यधिक दोहन के कारण तेजी से घटता चला जा रहा है.’
- इनपुट IANS से