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Delhi Metro: दिल्ली की मैजेंटा लाइन पर 1 जुलाई से बिना ड्राइवर के दौड़ेगी मेट्रो, DMRC ने दी जानकारी

दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर 1 जुलाई से ड्राइवरलैस मेट्रो चलेगी. DMRC ने जुलाई के महीने में मैजेंटा लाइन से सभी ड्राइवर को हटाने का फैसला किया है. दिल्ली मेट्रो को ड्राइवरलैस बनाने की शुरुआत साल 2020 में हुई थी.

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Delhi Metro
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दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर 1 जुलाई से मेट्रो बिना ड्राइवर के चलेगी. DMRC ने जुलाई के महीने में मैजेंटा लाइन से सभी ड्राइवर को हटाने का फैसला किया है. ड्राइवरलैस मेट्रो की शुरुआत मैजेंटा लाइन पर चरणबद्ध तरीके से साल 2020 में की गई थी, जो अब पूरा होने की कगार पर है. हालांकि, जुलाई में कुछ मेट्रो में ड्राइवर केबिन रखा जाएगा ताकि चार या पांच ट्रेन के पीछे एक ड्राइवर केबिन वाली मेट्रो चल सके. 

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दिल्ली की मैजेंटा लाइन पर चलने वाली ड्राइवरलैस मेट्रो दो कैमरे की मदद से चलेगी, जिस पर कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी. एक कैमरा मेट्रो ट्रेक पर नजर रखेगा तो वहीं दूसरा कैमरा ओवरहेड केबल पर नजर रखेगा. इसके अलावा किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में कोई भी यात्री इमरजेंसी बटन दबाकर मेट्रो रुकवा पाएगा और उस यात्री से सीधे कैमरे की मदद से कंट्रोल रूम संपर्क कर लेगा. 

बिना ड्राइवर के कैसे चलेगी मेट्रो

ड्राइवरलैस मेट्रो ट्रेन ऑपरेशन (DTO) मोड के जरिए बिना ड्राइवर के चलती है. इस दौरान मेट्रो को DMRC के कमांड सेंटरों से कंट्रोल किया जाता है. वहीं संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण (CBTC) सिग्नलिंग टेक्नोलॉजी से ड्राइवरलैस मेट्रो चलाई जाती हैं. इस दौरान ट्रेनों के उपकरणों की निगरानी रियल टाइम में की जाती है. ड्राइवरलेस ट्रेन तकनीक का एक पैरामीटर होता है, जो  ग्रेड्स ऑफ़ ऑटोमेशन (GOA) कहलाता है. 

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ड्राइवरलैस मेट्रो के फायदे

ड्राइवरलैस मेट्रो के कई फायदे हैं. इससे परिचालन सुगम बनता है और मानवीय हस्तक्षेप और गलतियों की संभावना कम होती है. इससे मेट्रो के लिए डिब्बों की उपलब्धता भी बढ़ाने में मदद मिलती है. वहीं इससे ट्रेन ऑपरेटरों का बोझ कम हो जाता है और डिपो में स्टेब्लिंग लाइन पर पार्किंग भी स्वचालित रूप से हो जाती है. इसके अलावा ट्रेन में ड्राइवर केबिन न होने की वजह से ट्रेन में यात्रियों के लिए अतिरिक्‍त कोच भी लगाए जा सकते हैं.

बता दें कि साल 2020 में मैजेंटा लाइन (जनकपुरी वेस्ट से बॉटनिकल गार्डन) पर सबसे पहले ड्राइवरलैस ट्रेनें शुरू की गई थी. इसके बाद साल 2021 में पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) पर भी ड्राइवरलैस मेट्रो चालू हुई थी. हालांकि, पहले यात्रियों को भरोसा दिलाने और मदद के लिए एक ट्रेन ऑपरेटर ट्रेन में मौजूद रहता था, लेकिन अब मेट्रो पूरी तरह से मानवरहित रहेगी. 

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