दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में अपने मालिक की कार से हीरे के गहने और नकदी चोरी करने वाले एक ड्राइवर को गोवा से गिरफ्तार किया गया है. चोरी की गई संपत्ति की कुल कीमत लगभग 16 लाख रुपये आंकी गई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी इंदुलुरी रंगा रेड्डी (43) पिछले चार महीनों से पीड़िता के यहां ड्राइवर के रूप में कार्यरत था. इस दौरान उसने पीड़िता की दिनचर्या पर नज़र रखी और चोरी की योजना बनाई. पुलिस ने उसके पास से हीरे का नेकलेस, एक जोड़ी हीरे की बालियां और 50 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, 24 मार्च को ग्रेटर कैलाश पुलिस स्टेशन में एक PCR कॉल प्राप्त हुई, जिसमें ग्रेटर कैलाश-1 (GK-I) स्थित पहाड़ीवाल गुरुद्वारे के सामने खड़ी एक लॉक्ड कार से गहनों की चोरी की सूचना दी गई थी. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि हीरे के नेकलेस और बालियों के अलावा, कार से 1.3 लाख रुपये नकद भी चोरी हुए हैं.
यह भी पढ़ें: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दिखी भारी भीड़, ट्रेनों के प्रस्थान में देरी की वजह से अफरातफरी का माहौल
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसके दौरान यह पता चला कि चोरी के बाद से ही रंगा रेड्डी लापता था और उसका मोबाइल फोन भी बंद था. इसके बाद पुलिस ने इलाके के CCTV फुटेज खंगाले, जिसमें रेड्डी को कार से सामान चुराकर भागते हुए देखा गया. तकनीकी जांच और खुफिया सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने उसकी लोकेशन का पता लगाया और गोवा से उसे गिरफ्तार कर दिल्ली वापस लाया.
आरोपी ने कबूली चोरी, कैसिनो में उड़ाए पैसे
पूछताछ के दौरान रेड्डी ने बताया कि वह पहले गुरुग्राम में रह रहा था और नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था. यहां उसे ड्राइवर की नौकरी मिली और उसने अपने मालिक की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी. योजना के तहत उसने 24 मार्च को पीड़िता की कार से गहने और नकदी चुरा ली और तुरंत हवाई अड्डे पहुंचकर चोरी के पैसों से गोवा का टिकट बुक किया.
गोवा पहुंचने के बाद रेड्डी ने कैसीनो में चोरी के पैसे उड़ाए और ऐशो-आराम की ज़िंदगी बिताने की कोशिश की. हालांकि, पुलिस की सतर्कता के चलते वह ज्यादा समय तक बच नहीं पाया और उसे पकड़ लिया गया. पुलिस ने उसके पास से हीरे के गहने और 50 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं. फिलहाल, उससे आगे की पूछताछ की जा रही है और कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है.