दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में दूसरे समुदाय की किशोरी से दोस्ती के चलते छात्र की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया परिवार से मिलने के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं हिंदूवादी संगठन के लोग भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं.
वहीं इस मुद्दे पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली पुलिस या लॉ एंड आर्डर मेरे अधीन नहीं बल्कि केंद्र सरकार के अधीन है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया वहां जा रहे हैं. पुलिस ठीक से स्थिति हैंडल नहीं कर पा रही है. उपराज्यपाल से सवाल पूछिए.
मृतक छात्र राहुल की मां ने कहा कि शुरुआत में पुलिस ने भी मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया था. क्योंकि चोट ज्यादा नहीं दिख रही थी लेकिन उसे आंतरिक चोटें आईं थीं जो बाद में पता चलीं. मां ने बताया कि राहुल के शरीर पर कोई स्पष्ट चोट नहीं दिखाई देने के कारण पुलिस मामला दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी. चाचा धर्मपाल ने भी राहुल की मां की बात पर हामी भरी और कहा कि हम उन लोगों के बारे में नहीं जानते हैं जिन्होंने राहुल को निशाना बनाया.
बता दें कि घटना बुधवार शाम की है. पुलिस ने हत्यारोपी दो लोगों को गिरफ्तार कर तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया है. ये सभी किशोरी के नजदीकी रिश्तेदार हैं. जानकारी के अनुसार 18 साल का राहुल आदर्श नगर इलाके में रहता था. वह डीयू के एसओएल से बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई करने के साथ ही ट्यूशन पढ़ाता था जबकि उसके पिता संजय पेशे से ड्राइवर हैं. राहुल की मां रेनू ने बताया कि घटना के दिन राहुल को फ़ोन करके ट्यूशन की बात करने घर से बुलाया गया था.
वहीं, 'आजतक' के साथ खास बातचीत में इलाके के लोगों ने बताया कि जिस वक्त यह वारदात हुई उस वक्त काफी लोग मौजूद थे. लेकिन कौन किसके साथ मारपीट कर रहा था यह पता नहीं चल रहा था. राहुल राजपूत के घर पहुंचे आम आदमी पार्टी के विधायक पवन शर्मा ने बताया कि जिस दिन ये घटना हुई उस दिन में हम खुद पुलिस के पास गए और मामले में एफआईआर दर्ज कराई. पवन शर्मा ने कहा कि हम राहुल के परिवार के साथ खड़े हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करते.
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