पीओके में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक ने दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बहुप्रचारित खुलासे को भी टाल दिया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि वो केंद्र सरकार की कारगुज़ारियों पर बड़ा खुलासा करने वाले थे, किस तरह केंद्र सरकार दिल्ली सरकार को अच्छे काम करने से रोक रही है, इस पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन अभी देश में माहौल दूसरा है. सीमा पर तनाव है, पीओके में देश की सेना ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है और ऐसे वक्त में खुलासा करना ठीक नहीं होगा.
लेकिन सीएम केजरीवाल विधानसभा के विशेष सत्र में मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करने में पीछे नहीं रहे. डेंगू, चिकनगुनिया पर एमसीडी की नाकामियों को लेकर उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लिया, तो आम आदमी पार्टी के विधायकों ने भी खूब खरी खोटी सुनाई.
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केन्द्र पर सीधा निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रही है. हालांकि दिल्ली सरकार पिछले डेढ़ साल से अच्छा काम कर रही है. दिल्ली सरकार के कामकाज की देश भर में ही नहीं बल्कि विदेश में भी चर्चा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी में येदियुरप्पा जैसे नेता रिश्वत लेते हैं तो उनको मुख्यमंत्री बना दिया जाता है जबकि आम आदमी पार्टी की सरकार तुरंत कार्रवाई करती है.
केजरीवाल ने कहा कि उनके 14 विधायकों को झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है. उनका नाम भी एफआईआर में दर्ज कर दिया गया. बाद में कहा गया कि वो टाइपिंग एरर था. केजरीवाल ने कहा कि वो इस मामले में सदन में चर्चा करना चाहते थे लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इस मुद्दे पर चर्चा नहीं कर रहे हैं. अगले सत्र में इस मसले पर चर्चा करने की घोषणा के बाद विधानसभा के इस विशेष सत्र को स्थगित कर दिया गया. गौरतलब है कि केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली कैबिनेट की बैठक में शुक्रवार को विशेष सत्र बुलाने के फैसले के साथ ही ऐलान किया था कि वो विशेष सत्र में एक बड़ा खुलासा करेंगे, जो सबको हैरान कर देगा. इस खुलासे को लेकर आम आदमी पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया पर जोरदार कैंपेन भी चलाया गया था.