दिल्ली और एनसीआर में शुक्रवार को आए अंधड़ में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि गरज के साथ बारिश होने से सड़क यातायात, मेट्रो सेवाएं और विमानों का परिचालन बाधित हो गया. यही नहीं शहर भर में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि शहर के अलग-अलग इलाकों में पेड़ गिरने और दीवारें ढहने जैसी दुर्घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई. गरज और बारिश के साथ 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ आया. अंधड़ से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी प्रभावित हुआ, जहां पांच विमान क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 24 उड़ानों का मार्ग परिवर्तन कर उन्हें आसपास के हवाई अड्डों पर भेजा गया.
शाम करीब पांच बजे दिल्ली में अंधड़ आया, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. हजारों लोग मेट्रो स्टेशनों के बाहर और सड़कों पर फंस गए क्योंकि अंधड़ के चलते आसमान में अंधेरा छा जाने से यातायात थम सा गया. अंधड़ आने पर पेड़ उखड़ कर बिजली के तारों पर गिरने के बाद शहर के ज्यादातर इलाकों में अंधेरा छा गया. बिजली गुल होने से मेट्रो ट्रेन सेवाएं करीब-करीब सभी लाइनों पर करीब एक घंटे तक बाधित हो गईं.
मौसम विभाग ने इस प्राकृतिक घटना के लिए पाकिस्तान के उपर बने वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की मौजूदगी को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्वी दिल्ली के एनसीआर इलाके, नोएडा और गाजियाबाद अंधड़ से सर्वाधिक प्रभावित हुए. मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है.
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सूत्रों ने बताया कि स्पाइस जेट के दो और एयर इंडिया, गो एयर तथा ब्लू डार्ट के एक-एक विमान को उड़ कर गिरी कुछ वस्तुओं से नुकसान पहुंचा. टर्मिनल 1 डी की छत का एक हिस्सा भी उड़ गया. उन्होंने बताया कि किसी यात्री या एयरलाइन कर्मचारी के घायल होने की कोई खबर नहीं है.
उन्होंने बताया कि अंधड़ में एयर इंडिया के विमान बोइंग 777 के पंख के सिरे को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने यह भी बताया कि एयरलाइन संचालक अपने-अपने विमानों को हुए नुकसान का आंकलन कर रहे हैं. अंधड़ के चलते दिल्ली आने वाले विमानों को जयपुर, चंडीगढ़ और लखनऊ भेज दिया गया.
अंधड़ में दक्षिण, पूर्वी और उत्तरी दिल्ली के इलाकों में एक से चार घंटे तक बिजली गुल हो गई. उत्तर और उत्तर पश्चिम दिल्ली के कई इलाकों में देर शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी. कई इलाकों में पेड़ों के उखड़ कर बिजली के तारों पर गिरने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई जिससे ट्रैफिक सिग्नल बंद हो गए और सड़कों पर जाम लग गया.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौड़ ने बताया कि गंगा के मैदानी इलाके के ऊपर ठंडी और गर्म हवा के मिलने से कम दबाव का क्षेत्र बन जाने के परिणामस्वरूप अंधड़ आया. उन्होंने बताया कि यह स्थिति अगले दो दिन बने रहने की संभावना है. अंधड़ से उत्तर पूर्व हरियाणा और एनसीआर भी प्रभावित हुआ.
गाजियाबाद में पुलिस ने बताया कि अंधड़ में तीन लोगों की जान चली गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. शहर के विभिन्न हिस्सों में संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
जनकपुरी और इंद्रलोक सहित कुछ स्थानों पर टिन की चादर और पाइप जैसी वस्तुएं बिजली के तार पर गिर गईं, जिससे ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. अंधड़ से दिल्ली में कई ट्रांसमिशन लाइनें और बिजली उत्पादन संयंत्र भी प्रभावित हुए.
बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 3000 मेगावाट का लोड प्रभावित हुआ. उत्तरी ग्रिड और दिल्ली ट्रांस्को की लाइनें ट्रिप हुई. बिजली उत्पादन संयंत्र: राजघाट पावर हाउस, प्रगति पावर स्टेशन और बीटीपीस की तीन इकाइयां भी ट्रिप हुई.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में टिन की एक चादर से अनु नाम के 17 वर्षीय युवक का गला कट गया जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि उसकी 51 वर्षीय मां के सिर में चोट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गईं. पूर्वी दिल्ली में दीवार ढहने से पांच लोग घायल हो गए.
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में 18 वर्षीय एक लड़की सहित दो लोगों की मौत हो गई. लड़की की पहचान आशा मलिक के रूप में की गई और वह ट्यूशन पढ़ कर लौट रही थी. उत्तर-पूर्व दिल्ली में तीन लोग घायल हो गए, जबकि दक्षिण पूर्वी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में अन्य तीन लोग घायल हो गए. मध्य दिल्ली में 24 वर्षीय एक कैब चालक की मौत हो गई. दरअसल, उसकी कार पर आईपी स्टेट में एक पेड़ गिर गया. उसकी पहचान छत्रपाल के रूप में की गई है.
पुलिस ने बताया कि उत्तर दिल्ली में युनीस नाम के एक व्यक्ति के ऊपर पेड़ गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में 20 वर्षीय एक व्यक्ति के ऊपर पेड़ गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. कुछ इलाकों में खड़ी की गई कारें भी पेड़ गिरने पर क्षतिग्रस्त हो गईं.
उत्तर दिल्ली में पेड़ गिरने या इसकी शाखाएं टूटकर गिरने की नौ शिकायतें दर्ज की गईं. पूर्वी दिल्ली में ऐसे 20 मामले और दक्षिण दिल्ली में ऐसे 11 मामले दर्ज किए गए. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक शहर में हवा की गुणवत्ता खराब रहने का भी पूर्वानुमान लगाया है. वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एवं शोध प्रणाली (सफर) ने यह जानकारी दी.