scorecardresearch
 

ई रिक्शा देने के बाद ईंधन देना भूली सरकार

अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है, खबर है कि सरकारों ने ई रिक्शा को रेग्युलराईज कराने का तो काम तो कर दिया पर इसके ईंधन का व्यवस्था करना भूल गई, यही वजह है कि हजारों ई-रिक्शा सड़क पर घूम रहे है पर उनके चार्जिंग की व्यवस्था कहीं नहीं है. नतीजतन रिक्शा चालक अवैध तरीके से बने चार्जिंग प्वाइंट पर चार्ज करने को मजबूर है.

Advertisement
X
नई दिल्ली
नई दिल्ली

Advertisement

बीते दिनों ई-रिक्शा की चार्जिंग के वक्त आग लगने से तीन लोगों की मौत की खबर ने सबको चौंका दिया था, इस हादसे में कई बुरी तरह से झुलस गए थे जब उसकी जांच की गई तो पता चला था कि ई-रिक्शा को गैर कानूनी ढंग से घर में चार्ज किया जा रहा था जिसके बाद शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लग गई.

अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है, खबर है कि सरकारों ने ई रिक्शा को रेग्युलराईज कराने का तो काम तो कर दिया पर इसके ईंधन का व्यवस्था करना भूल गई, यही वजह है कि हजारों ई-रिक्शा सड़क पर घूम रहे है पर उनके चार्जिंग की व्यवस्था कहीं नहीं है. नतीजतन रिक्शा चालक अवैध तरीके से बने चार्जिंग प्वाइंट पर चार्ज करने को मजबूर है.

Advertisement

चार्जिंग करने वाले वसूलते है मनमाना चार्ज
कई रिक्शा चालको का कहना है प्राईवेट जगह रिक्शे को चार्ज कराना पड़ता है जिसमें वो लोग मनमाने ढंग से पैसे वसूलते है. इसमें खतरा तो है ही बिजली चोरी भी होती है. आपको बता दें कि दिल्ली की सड़कों में लगभग एक लाख ई रिक्शा चल रहे हैं जिसमें से 70 फीसदी से ज्यादा अवैध रूप से सड़क पर है.

दिल्ली के आर के आश्रम के पास खड़े साइकिल रिक्शा चालक अपनी-अपनी सवारी का इंतजार कर रहे हैं रिक्शा चालकों का कहना है की सरकारों ने ई-रिक्शा बाट दिए सड़क पर चलने की इजाज़त भी दे दी लेकिन यह चार्ज कहां से होंगे यह नहीं बताया नतीजन गैर कानूनी ढंग से चल रहे ई-रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट पर मनमाने तरीके से मांग रहे पैसे देकर माफियाओं से चार्ज कराना पड़ता है.

वहीं ई-रिक्शा यूनियन का कहना है सरकार को जल्द पेट्रोल पंप की तर्ज पर चार्जिंग प्वाइंट बनाने चाहिए केवल वोट बैंक पालिटिक्स करने से कुछ नहीं होगा.

जाहिर है बीते दिनो हुआ हादसा भी इसी वजह से हुआ था, ऐसे में जरूरत है कि अब सरकार के द्वारा तुरंत ही कड़े कदम उठाए जाएं.

Advertisement
Advertisement