बीजेपी और केजरीवाल सरकार के बीच पूर्वी नगर निगम को लेकर टकराव शुरू हो गया है जहां पैसे की किल्लत की वजह से पूर्वी नगर निगम अपने कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पा रहा है. तो वहीं दिल्ली सरकार का दावा है कि पूर्वी नगर निगम का जो हिस्सा है वो दिया जा चुका है. इसी तनातनी को लेकर पूर्वी दिल्ली नगर के मेयर और पार्षदों के अलावा दिल्ली बीजेपी के महासचिव कुलजीत चहल ने सचिवालय के पास धरना प्रदर्शन किया.
दरअसल पूर्वी नगर निगम में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों से लेकर शिक्षकों तक को वेतन नहीं मिला है. शिक्षकों को करीब 4 महीने से वेतन नहीं मिला है जिसको लेकर शिक्षक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षक दिल्ली बीजेपी ऑफिस के सामने भी धरने पर बैठ गए थे जिसके बाद दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थिति स्पष्ट करते हुए इसके लिए केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा था.
उन्होंने कहा था कि फंड को लेकर अब पूर्वी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पार्षद दिल्ली सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे ताकि इस पर राजनीति से बचते हुए सफाई कर्मचारियों और शिक्षकों का वेतन दिया जा सके.
दिल्ली बीजेपी के महासचिव कुलजीत चहल ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार सिर्फ बीजेपी को बदनाम करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है ताकि लोग बीजेपी शाषित पूर्वी नगर निगम से नाराज हों और इसका फायदा आम आदमी पार्टी को मिले, लेकिन केजरीवाल सरकार की इस गंदी राजनीति से नगर निगम में काम करने वालों का नुकसान हो रहा है.
पूर्वी नगर निगम की मेयर नीम भगत का कहना है कि दिल्ली सरकार पर पूर्वी नगर निगम का करीब 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है, लेकिन सरकार ऐसे बर्ताव कर रही है जैसे हम भीख मांग रहे हैं जबकि ये एक संवैधानिक प्रक्रिया है लेकिन केजरीवाल सरकार यहां भी गंदी राजनीति के जरिये सिर्फ बीजेपी को बदनाम करने मे लगी है.