वक़्त से पहले आ चुके डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों को देखते हुए अब ईस्ट एमसीडी भी इनकी रोकथाम को लेकर गम्भीर हो गयी है.
शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली की मेयर नीमा भगत ने डेंगू की रोकथाम से जुड़े विषयों पर चर्चा के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मेयर के साथ पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त ब्रजेश सिंह के अलावा निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे.
मेयर ने बैठक के दौरान डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए एमसीडी की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाओं पर चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि निगम के अंतर्गत आने वाले अस्पतालों में 24 घंटे इमरजेंसी कार्यरत रहे. इसके अलावा निगम की डिस्पेंसरियों में सुबह 8 से शाम 8 बजे तक फीवर ओपीडी की व्यवस्था हो.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि पूर्वी दिल्ली के अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए बेड बढ़ाने होंगे और साथ ही में डेंगू और चिकनगुनिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों का उचित स्टॉक भी होना चाहिए. मेयर ने कहा कि अब से अगले 4 महीने तक पूर्वी दिल्ली में 24 घंटे ब्लड टेस्ट की व्यवस्था होनी चाहिए और हो सके तो मेडिकल स्टाफ के काम करने का वक्त भी बढ़ाना चाहिए.
पूर्वी निगम में फंड की कमी: मेयर
इस दौरान मेयर नीमा भगत ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में फंड की कमी है, इसके बावजूद ईडीएमसी अपने स्तर पर हर सम्भव प्रयास कर रहा है कि डेंगू और चिकनगुनिया को रोका जा सके. मेयर के मुताबिक उन्होंने गुरुवार को ही दिल्ली के
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर वित्तीय स्थिति से अवगत कराया था लेकिन सीएम ने उनको फंड देने से मना कर दिया. मेयर ने बताया कि निगम का 9845 करोड़ रुपया अभी बकाया है और यदि ये रकम मिल गयी तो ईडीएमसी की वित्तीय
स्थिति को सुधारा जा सके.