दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने संजय सिंह के करीबी सर्वेश मिश्रा के घर की तलाशी ली. AAP सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने सर्वेश मिश्रा के दिल्ली स्थित घर पर बुधवार सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक तलाशी ली. सर्वेश मिश्रा AAP सांसद संजय सिंह के करीबी सहयोगी हैं. इस पूछताछ और तलाशी के दौरान सर्वेश मिश्रा से दिनेश अरोड़ा, अमित अरोड़ा और अन्य के बारे में पूछताछ की गई.
बता दें कि सर्वेश आम आदमी पार्टी के युवा नेता हैं और AAP सांसद संजय सिंह के कई राजनीतिक मामलों को देखते हैं. ऐसे में ED ने अजीत त्यागी और सर्वेश मिश्रा जैसे संजय सिंह के सहयोगियों की तलाशी ली, जिसकी विपक्षी नेताओं ने आलोचना की.
ED ने गलती से जोड़ा था संजय सिंह का नाम
इस महीने की शुरुआत में 3 मई को संजय सिंह ने बताया था कि दिल्ली आबकारी मामले में ईडी ने अपनी चार्जशीट में उनका नाम गलत तरीके से जोड़ा था. संजय सिंह ने दावा किया था कि ईडी ने उन्हें चिट्ठी लिखकर खेद जताया था. ईडी ने कहा था कि आपका नाम गलती से चार्जशीट में जुड़ गया था.
जब शराब घोटाले में संजय सिंह का नाम जोड़ा गया था तब उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि वो ईडी के खिलाफ आपराधिक मानहानि केस करेंगे. संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि उन्हें संसद में दिए गए भाषण की वजह से निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले साल 12 दिसंबर को संसद में ईडी-सीबीआई पर भाषण दिया था और इस साल छह जनवरी को ईडी की चार्जशीट में उनका नाम आया था.
शराब घोटाले में लगातार एक्शन जारी
इससे पहले CBI ने आबकारी नीती मामले में ही 17 मई को एक और गिरफ्तारी की थी. जांच एजेंसी ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता चरणप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया था. उसके बाद सिंह को राउज एवेंन्यू कोर्ट में पेश किया गया. सीबीआई ने 5 दिन की हिरासत मांगी थी. लेकिन, कोर्ट ने दो दिन की कस्टडी मंजूर की और 18 मई तक हिरासत में भेज दिया था.
इससे पहले चरणप्रीत के वकील ने कोर्ट में दलीलें लीं. उन्होंने कहा- चरणजीत सिर्फ 26 साल का है और उसे जब भी बुलाया गया, वो जांच में शामिल हुआ है. जांच एजेंसियों द्वारा उस पर बयान को लेकर दबाव डाला जा रहा है. उसके पिता के सामने धमकी दी गई है. वकील ने कोर्ट को यह भी बताया कि जांच के दौरान उसे गवाह के तौर पर बुलाया जाता था. ना कि आरोपी के तौर पर.