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दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की मुसीबत बढ़ती हुई नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ED) को जैन के करीबी के घर से 2.82 करोड़ रुपए कैश और काफी मात्रा में सोना बरामद किया है. बताया जा रहा है कि छापेमारी में भारी मात्रा में कैश के साथ सोने के बिस्किट और 133 सोने के सिक्के भी मिले हैं.
मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार सत्येंद्र जैन के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीमें छापेमारी कर रही हैं. वहीं दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ ही हवाला ऑपरेटर्स के ठिकानों पर भी ईडी छापेमारी कर रही है. इसी कड़ी में बीते दिन जैन के करीबी के घर से तकरीबन तीन करोड़ कैश बरामद किया.
गौरतलब है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद सत्येंद्र जैन को कोर्ट में पेश किया गया था. जैन अभी 9 जून तक ईडी की कस्टडी में रहेंगे.
इस मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इस वक्त प्रधान मंत्री जी पूरी ताक़त के साथ आम आदमी पार्टी के पीछे पड़े हैं- ख़ासकर दिल्ली और पंजाब सरकारों के. झूठ पे झूठ, झूठ पे झूठ. आपके पास सारी एजेन्सीज़ की ताक़त है, पर भगवान हमारे साथ है.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार हुए जैन
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए अरविंद केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कथित तौर पर 16 करोड़ रुपये से अधिक का शोधन किया है. उनके परिवार के साथ, जैन परिवार के दो अन्य लोग भी इस व्यापक साजिश का हिस्सा होने के चलते ईडी की जांच के दायरे में हैं.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सत्येंद्र जैन पर जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए अपनी दो बेटियों सहित अपने परिवार के सदस्यों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. इंडिया टुडे टीवी द्वारा एक्सेस की गई जांच रिपोर्ट के अनुसार, सत्येंद्र जैन की पत्नी और दो बेटियों ने सत्येंद्र जैन से जुड़ी कंपनियों से कारोबार की आड़ में करोड़ों रुपये प्राप्त किए हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्येंद्र कुमार जैन, उनके परिवार और दोस्तों का दिल्ली की चार कंपनियों में नियंत्रण और हिस्सेदारी थी. दिल्ली सरकार का हिस्सा बनने से पहले जैन चार में से तीन फर्मों के निदेशकों में से एक थे.