दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने नीरा राडिया और उनकी बहन करुणा मेनन को 300 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. ठगी के मामले में, 14 अक्टूबर को छापेमारी के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. 27 अक्टूबर को उनसे पूछताछ की गई.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि नीरा राडिया से ईओडब्ल्यू ने 27 अक्टूबर को पूछताछ की, जो करीब 4 घंटे तक चली. उनसे 45 सवाल किए गए थे. राडिया ने कई सवालों के गोलमोल जवाब दिए.
दरअसल, गुरुग्राम में एक अस्पताल बनाने के नाम पर ठगी के इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों यतीश बहाल, सतीश कुमार नरूला और राहुल सिंह यादव को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ के बाद नीरा राडिया का नाम सामने आया था.
क्या है मामला
आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों के मुताबिक, डॉक्टर राजीव कुमार शर्मा ने नारायणी इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनी नयती हेल्थ केयर एंड रिसर्च एनसीआर प्राइवेट लिमिटेड पर 300 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया था. कंपनी के निदेशकों जिनमें नीरा राडिया, उनकी बहन करुणा मेनन, यतीश बहाल और सतीश कुमार नरूला के खिलाफ शिकायत की गई थी.
एफआईआर के मुताबिक कंपनी को पहले गुरुग्राम में एक अस्पताल बनाने के लिए शामिल ओएसएल हेल्थकेयर के रूप में जाना जाता था और कंपनी में 49% शेयर थे. कंपनी ने तब अस्पताल को पूरा करने के लिए यस बैंक से 300 करोड़ रुपये का ऋण लिया था. लेकिन इस धन का उपयोग कथित रूप से अस्पताल बनाने के लिए कभी नहीं किया गया.