अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सूत्रों ने रविवार को कहा कि सुनंदा पुष्कर के शरीर में शराब के अंश नहीं पाए गए, लेकिन उन्होंने डिप्रेशन की दवा का ओवरडोज लिया था.
सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम शनिवार को एम्स में डाक्टरों के तीन सदस्यीय बोर्ड ने किया था. डाक्टरों ने कहा था कि सुनंदा की मौत 'अचानक और अस्वाभाविक' है. एम्स सूत्रों ने रविवार को कहा कि डॉक्टरों को शरीर में शराब के कोई अंश नहीं मिले हैं, लेकिन मानसिक परेशानी में इस्तेमाल की जाने वाली दवा एलप्राजोलम की मौजूदगी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
जांचकर्ताओं को होटल के कमरे से एलप्राक्स की खाली पट्टी मिली थी. मीडिया की खबरों में आशंका जताई गई थी कि शराब और अवसाद रोधी दवा का संयोजन मौत का कारण बना होगा. सूत्रों ने बताया कि घटना की जांच कर रहे एसडीएम आलोक शर्मा ने अब तक आठ लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें सुनंदा के पति एवं केंद्रीय मंत्री शशि थरूर, उनका स्टाफ तथा पत्रकार नलिनी सिंह भी शामिल हैं.
एसडीएम घटनाक्रम को लेकर बयानों का अध्ययन कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि एसडीएम ने थरूर से पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ उनके कथित संबंधों और इससे संबंधित विवाद के बारे में पूछा.