ईवीएम में टेंपरिंग को लेकर आम आदमी पार्टी के दावे पर हर तरफ सवाल उठ रहे हैं. राजनीतिक दलों ने तो इसे नौटंकी करार दिया है, साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोगों ने आप के इस कदम को हास्यास्पद बताया है. सोशल मीडिया पर टेंपरिंग को लेकर लोगों ने आप विधायक सौरभ भारद्वाज की खिंचाई भी की है.
अविनाश शेट्टी के नाम चल रहे ट्वीटर अकाउंट पर सौरभ भारद्वाज को लेकर टिप्पणी की गई. इस अकाउंट से लिखा गया, ' आखिरकार सौरभ भारद्वाज के रूप में भारत को अपना आइंस्टीन मिल ही गया, जिसने रहस्यात्मक कोड को तोड़ डाला. वो 'आप' को मंगल ग्रह में लॉन्च करने के लिये तैयार हैं.'
Finally India has found its own Einstein, #SaurabhBhardwaj
— Avinash Shetty (@AvinashShetty56) May 9, 2017
Mysterious code cracked. He is all set to launch AAP in Mars.#EVMtampering
अमाल मैग्जीन ट्विटर हैंडल से लिखा गया, 'मेक इन इंडिया से प्रभावित होकर सौरभ भारद्वाज ने खिड़की एक्सटेंशन वर्कशॉप पर ईवीएम बनानी शुरू कर दी. मुबारक हो.'
Inspired by @makeinindia @Saurabh_MLAgk has started making EVM at khirki extn workshop. Congratulations. #EVMtampering
— Amal Magazine (@amalmagazine) May 9, 2017
एंग्री रिपोर्टर के ट्विटर हैंडल से एक कार्टून भी शेयर किया गया है. कार्टून के साथ लिखा गया है, ' कमबख्त...कैसी लाइट फिटिंग की है, ट्यूब लाइट का बटन दबाओ तो पंखा चालू होता है...पहले EVM मशीन बनाते थे क्या...'
Best #Humour on #EVMtampering. #ECI pic.twitter.com/cYLQKSBpxO
— Angry Reporter (@reporterbhai) May 10, 2017
इतना ही आम लोगों के अलावा खास लोगों ने भी ईवीएम टेंपरिंग के डेमो पर सवाल उठाए हैं. मशहूर लेखक चेतन भगत ने ट्वीट कर टेंपरिंग डेमो की आलोचना की. उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा, 'ईवीएम टेंपरिंग डेमो ऐसा है, जैसे अपनी चाबी से अपनी कार खोलना और कहना कि इस चाबी से देश की हर कार खोली जा सकती है.'
That EVM tampering demo is like opening your own car with your own keys and saying every car in the country can be opened with this key.
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) May 10, 2017
बता दें कि मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम टेंपरिंग का डेमो दिखाया था. डेमो के जरिए सौरभ ने ये दिखाया था कि दूसरी पार्टियों को डाले गए वोट भी बीजेपी को मिले. सौरभ के इस डेमो के बाद हर तरफ ईवीएम को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है.
इससे पहले यूपी विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद बसपी सुप्रीमो ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे. जिसके बाद तमाम विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत कर जांच की मांग की थी. अब चुनाव आयोग ने 12 मई को सभी दलों को इस संबंध में चर्चा के लिए बुलाया है.