अपराध शाखा ने दो लोगों को गिरफ्तार कर फर्जी इडब्ल्यूएस कोटे के तहत दाखिला घोटाले में कथित रूप से शामिल एक अन्य मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने अरुण कुमार और हुकुम सिंह को कल गिरफ्तार किया. दोनों मंगोलपुरी के रहने वाले हैं.
दिल्ली पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किया गया यह तीसरा मॉडयूल है जो फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर धनी परिवारों के बच्चों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कोटे के तहत दाखिला दिलाने में कथित रूप से शामिल था. इस नवीनतम गिरफ्तारियों के साथ ही इस मामले में पुलिस की गिरफ्त में आने वाले लोगों की संख्या सात हो गई है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव ने कहा, 'मामले की जांच के दौरान रोहिणी के लांसर कन्वेंट स्कूल में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर इडब्ल्यूएस कोटे में दस लोगों को दाखिला कराने को लेकर पहले गिरफ्तार नीरज से सघन पूछताछ की गई. उससे मिली जानकारी के आधार पर कल अरुण कुमार को गिरफ्तार किया गया और ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र एवं आवास प्रमाणपत्र बनाने में इस्तेमाल आने वाले कंप्यूटर एवं प्रिंटर को बरामद किया.'
कुछ अभिभावकों से पूछताछ के दौरान रतन और हुकुम सिंह के नाम ऐसा दाखिला दिलाने वाले व्यक्ति के रूप में सामने आए. तब हुकुम को ढूढकर निकाला गया, जिसने बाल भारती स्कूल में दो ऐसे दो दाखिले कराए थे.
इनपुट: भाषा