फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने अपनी जमानत याचिका वापस ले ली है. कोर्ट ने उन्हें याचिका वापस लेने की इजाजत दे दी है. साथ ही कोर्ट ने कहा है कि जब उनकी चार दिनों की पुलिस रिमांड खत्म हो जाए तो वह याचिका दोबारा दायर कर सकते हैं.
मंगलवार को भी पुलिस जितेंद्र तोमर से पूछताछ कर रही है. पुलिस के मुताबिक, तोमर को उसके भाई ने फर्जी डिग्री मुहैया कराई थी. यह बात उसने पूछताछ में कबूली है. तोमर इससे पहले फर्जी डिग्री मामले में पुलिस सोमवार सुबह 8 बजे रोहिणी सेक्टर में यूनिवर्सल इंस्टीट्यूट पहुंची और यहां छानबीन की. पुलिस ने सर्च ऑपरेशन की वीडियोग्राफी की और उसके बाद तोमर के दफ्तर से कुछ दस्तावेज हासिल किए. पुलिस पूर्व कानून मंत्री के दफ्तर पर भी छापा मारेगी.
Ex-Delhi Law Minister Jitender Singh Tomar seeks withdrawal of his bail plea from sessions court in alleged fake degree case.
— Press Trust of India (@PTI_News) June 16, 2015
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने रविवार को दावा किया था कि तोमर जांच में उनका सहयोग नहीं कर रहे और पूछताछ में सवालों का जवाब नहीं दे रहे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब जांच दल ने तोमर से पूछताछ की तो उन्होंने उत्तर नहीं दिया और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे. त्रिनगर से आम आदमी पार्टी के विधायक 49 वर्षीय तोमर को 9 जून की सुबह गिरफ्तार किया गया था.