मेडिकल रिपार्ट के अनुसार केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत की वजह ड्रग ओवरडोज है, लेकिन देश के सबसे अनुभवी फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स इसे अविश्वसनीय बता रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि सुनंदा की मौत के लिए जिस अल्प्रैक्स ड्रग के ओवडोज की बात की जा रही है उससे उनकी मौत संभव नहीं है, जब तक कि उसे किसी और दवा के साथ मिलाकर नहीं लिया जाए.
एक्सपर्ट्स के अनुसार सुनंदा के वजन के मुताबिक भी सुसाइड करने के लिए उन्हें 225 अल्प्रैक्स टैबलेट से अधिक की जरूरत पड़ती. साथ ही मामले में यह जानना जरूरी है कि सुनंदा यह दवा किसी डॉक्टर के निर्देश पर ले रही थीं या फिर अपनी इच्छा से.
इस बीच एसडीएम आलोक शर्मा ने पुलिस से जहर का कारण पता करने और जांच में यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि यह हत्या का मामला है या आत्महत्या का.
गौरतलब है कि एम्स के डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार सुनंदा की मौत जहर से हुई थी. हालांकि यह किस तरह का जहर था इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. डॉक्टरों ने कहा था कि सुनंदा के शरीर पर जख्म के निशान थे, लेकिन उन जख्मों के बारे में भी कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है.
फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. केएल शर्मा कहते हैं, 'सुनंदा के वजन के बराबर इंसान की मौत तभी हो सकती है जब वह कम से कम 225 टैबलेट का एकसाथ सेवन कर ले.' वहीं, डॉ. एनपी सिंह (प्रोफेसर मेडिसीन) कहते हैं कि दवा के ओवरडोज से किसी की मौत होना अविश्वनीय है, क्योंकि यदि व्यक्ति दवा के सामान्य डोज से 100 गुणा अधिक डोज भी ले, तब भी समय से अस्पताल पहुंचाने पर उसकी जान बच जाती है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार सुनंदा की मौत की वजह जानने के लिए विसरा रिपार्ट काफी नहीं है. हिस्टोपैथोलॉजी करने पर ही यह निश्चित हो पाएगा कि सुनंदा की मौत किस जहर से हुई.
बहरहाल, एसडीएम के आदेश के स्पष्ट है कि पुलिस मामले में विस्तारपूर्वक जांच करेगी. केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने अपनी पत्नी की मौत की जांच में तेजी लाए जाने की मांग की है. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि सुनंदा की मौत का सच जल्द ही सभी के सामने होगा.