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सिंगापुर, दुबई, अमेरिका...फैक्ट चेकर जुबैर को इन देशों से चंदा मिलने का दावा

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जुबैर को विवादित ट्वीट से जुड़े केस नंबर 194/20 में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. इस मामले में उन्हें गिरफ्तारी से कोर्ट का प्रोटेक्शन मिला हुआ है. लेकिन उन्हें एक दूसरे मामले केस नंबर 172/22 में गिरफ्तार किया गया है. यह केस जून 2022 में दर्ज किया गया है. केस 2018 में किए गए एक ट्वीट से संबंधित है.

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फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर. -फाइल फोटो
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 27 जून को जुबैर को किया गया था गिरफ्तार
  • जुबैर की 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग

धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोपी फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को विदेशों से फंड मिलने का खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस ने जुबैर की बैंक डिटेल की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) को दी है. साथ ही FIR की कॉपी भी दी ED को सौंपी है. बताया जा रहा है कि ये डिटेल कॉपी 29 जून को सौंपी गई थी. पुलिस ने Pravda foundation ICICI बैंक की डिटेल्स ईडी को सौंपी है. सूत्रों के मुताबिक, इस अकाउंट में पाकिस्तान और सऊदी से भी रकम आई है. 

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रेजरपे पेमेंट गेटवे (Razorpay Payment gateway) से मिले जवाबों के एनालिसिस से यह पता चला है कि अकाउंट्स में कई लेनदेन की डिटेल है, जिसमें मोबाइल फोन नंबर भारत से बाहर का है या फिर आईपी एड्रेस विदेशों और विदेशी शहरों का है. इनमें बैंकाक, ऑस्ट्रेलिया, मनामा, उत्तरी हॉलैंड, सिंगापुर, विक्टोरिया, न्यूयॉर्क, इंग्लैंड, रियाद क्षेत्र, शारजाह, स्टॉकहोम, अबू धाबी, वाशिंगटन, कंसास, न्यू जर्सी, ओंटारियो, कैलिफ़ोर्निया, टेक्सास, लोअर सैक्सोनी, बर्न, दुबई, उसिमा, स्कॉटलैंड शामिल हैं. इन देशों और शहरों से प्रावदा मीडिया को कुल मिलाकर लगभग 2 लाख 31 हजार 933 रुपये के फंड मिले हैं.

सोशल मीडिया एनालिसिस के दौरान यह देखा गया कि मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी के बाद जिन ट्विटर हैंडल से जुबैर का समर्थन किया था, उनमें से ज्यादातर मध्य पूर्वी देशों जैसे संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, QUWAIT और पाकिस्तान जैसे देशों से थे. 

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27 जून को जुबैर को किया गया था गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में 27 जून को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने सेक्शन 153 ए और 295 ए के तहत मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की मांग पर अदालत ने सभी तथ्यों पर विचार करने के बाद जुबैर को पुलिस हिरासत में भेजा था.

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