नौकरी की तलाश में अगर आप भी अपनी व्यक्तिगत जानकारियां जॉब पोर्टल्स पर साझा कर रहे हैं तो सतर्क हो जाएं क्योंकि अपराधियों के मंसूबे अब उन 'गुप्त डाटा' तक भी पहुंच चुके हैं. धोखेबाजों का गिरोह ऐसे जॉब पोर्टल्स से लोगों की जानकारी निकालता है जिन्हें नौकरी की तलाश हो और फिर उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने की कोशिश करता है.
दिल्ली पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस के गिरफ्त में आए एक 25वर्षीय युवक ने अपनी हाईप्रोफाइल लाइफस्टाइल के लिए करीब 500 लोगों को धोखा दिया था.
पुलिस के मुताबिक गौरव दिल्ली के अशोक नगर का रहने वाला है और पंजाब से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. वह और उसके गिरोह के अन्य सदस्य जॉब पोर्टल्स से जानकारियां निकालते थे. उसके बाद वे लोगों को फोन पर और मेल करके बातचीत आगे बढ़ाते थे. वे लोगों को अपने फर्जी बैंक खातों और पेटीएम अकाउंट में रजिस्ट्रेशन फीस और नौकरी के लिए अन्य जरूरी कागजों को बनवाने के लिए पैसे डालने के लिए कहते थे.
ये गिरोह कई अखबारों में नौकरी के लिए विज्ञापन भी निकलवाता था. नौकरी की तलाश में कोई व्यक्ति अगर इन्हें कॉल करता तो वे उससे भी ऐसे ही पैसों की डिमांड करते.
एक बार जो अगर कोई इनके झांसे में आ गया और अकाउंट में पैसा ट्रांसफर हो गया तो उसके बाद गिरोह के लोगों से आप चाह कर भी संपर्क नहीं साध सकते. ऐसी ही एक शिकायत गांधी नगर में हरविंदर सिंह ने दर्ज कराई थी. उनका आरोप था कि उन्होंने एक अखबार के क्लासीफाइड कॉलम में विज्ञापन देखकर विदेश में नौकरी के लिए संपर्क किया था. सिंह ने 44 हजार रुपये की रकम ट्रांसफर की थी लेकिन कंपनी ने ना तो उन्हें नौकरी दी और ना ही उनका पैसा वापस किया.
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, "पिछले एक साल में गौरव ने करीब 500 लोगों को धोखा दिया और उनसे लाखों रुपये ऐंठ लिए. उन्होंने ये पैसा तमाम पर्यटन स्थल घूमने और अच्छी लाइफस्टाइल जीने में खर्च किया."