अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर आंदोलन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ आज रामलीला मैदान में 'किसान मजदूर महापंचायत' आयोजित करने की अनुमति दे दी है. इस दौरान 5 हजार किसानों को ही मैदान में जुटने की अनुमति है और वह अपने साथ ट्रैक्टर आदि नहीं ला सकेंगे. किसानों की इस महापंचायत को लेकर दिल्ली पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं. जाम लगने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए वाहन चालकों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी है.
दरअसल, किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) द्वारा आयोजित इस महापंचायत में देशभर से बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. इसके लिए किसानों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है. उधर, वाहनों की सुचारू आवाजाही और पैदल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक विस्तृत ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है, जो कि गुरुवार सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक प्रभावी रहेगी. किसानों को दोपहर 2.30 बजे के बाद कार्यक्रम खत्म होने के तुरंत बाद मैदान खाली करने के लिए कहा गया है.
वहीं किसानों के मार्च के मद्देनजर दिल्ली की तीनों सीमाओं सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है. यहां सख्त चेकिंग के चलते जाम जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. इसके चलते दिल्ली हरियाणा या गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा नोएडा-चिल्ला बॉर्डर पर भी सख्त चेकिंग रहेगी.
इन जगहों पर हो सकती है जाम जैसी स्थिति
पुलिस की ट्रैफिक एडवाइजरी के मुताबिक जवाहर लाल नेहरू मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, आसफ अली रोड और इनके आसपास की प्रमुख सड़कों और जंक्शनों पर जाम जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. इसके मद्देनजर बाराखंभा रोड और टॉल्स्टॉय मार्ग जैसी प्रमुख सड़कों पर कई डायवर्जन किए गए हैं. साथ ही लोगों से सड़कों पर वाहनों की भीड़ कम करने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम जैसे मेट्रो आदि के उपयोग का आग्रह भी किया गया है. इसके अलावा एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन जाने वाले लोगों से समय से पहले घरों से निकलने को भी एडवाइजरी में कहा गया है.
किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों के बजाय बस और ट्रेनों से दिल्ली जाएंगे
एसकेएम नेता दर्शन पाल ने बताया था कि पंजाब के किसान बड़ी संख्या में महापंचायत में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं. महापंचायत शांतिपूर्ण होगी. देश के विभिन्न हिस्सों से किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों के बजाय बसों और ट्रेनों से दिल्ली जाएंगे. हमारी मांगें पूरी होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
नोएडा पुलिस ने भी जारी की एडवाइजरी
किसानों की महापंचायत के मद्देनजर नोएडा पुलिस ने भी ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि 14.03.2024 को किसानों द्वारा अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाना प्रस्तावित है। उक्त कार्यक्रम के दौरान गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली सीमा लगने वाले सभी बॉर्डरों पर बैरियर लगाकर दिल्ली पुलिस और गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा सघन चैकिंग की जाएगी, जिस कारण बॉर्डर से लगने वाले मार्गां पर ट्रैफिक दबाव बढ़ने की स्थिति में आवश्यकतानुसार डायवर्जन किया जा सकता है.
किसानों की क्या है मांग?
किसानों की सबसे बड़ी मांग एमएसपी पर कानूनी गारंटी की है. किसानों का कहना है कि सरकार एमएसपी पर कानून लेकर आए. किसान एमएसपी पर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग भी कर रहे हैं. किसान संगठनों का दावा है कि सरकार ने उनसे एमएसपी की गारंटी पर कानून लाने का वादा किया था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका. स्वामीनाथन आयोग ने किसानों को उनकी फसल की लागत का डेढ़ गुना कीमत देने की सिफारिश की थी. इसके अलावा किसान पेंशन, कर्जमाफी, बिजली टैरिफ में बढ़ोतरी न करने, लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित किसानों पर दर्ज केस वापस लेने की मांग भी कर रहे हैं.