scorecardresearch
 

न्यूतम समर्थन मूल्य और कर्ज माफी की मांग के साथ संसद मार्ग पर जुटे किसान

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान सभी किसान मिलकर सरकार के सामने अपनी मांग रख रहे हैं.

Advertisement
X
मांग के साथ जुटे किसान
मांग के साथ जुटे किसान

Advertisement

दिल्ली के संसद मार्ग में देशभर के किसान अपनी मांगों के साथ एक बार फिर जुटे हैं. भले ही मांग पुरानी हो लेकिन इस बार किसान संगठित होकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश में हैं. दिल्ली में देश भर से करीब 184 किसान संगठनों ने एक ही छतरी के नीचे आकर सरकार को अपना दिया वादा याद दिलाया.

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान सभी किसान मिलकर सरकार के सामने अपनी मांग रख रहे हैं. हाल ही दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जुटना शुरू कर दिया था. किसानों के 2 सबसे अहम मुद्दे हैं जिसमें फसलों को लेकर न्यूतम समर्थन मूल्य और कर्ज माफी है. साथ ही जबरदस्ती किसान फसल योजना के तहत किसानों से प्रीमियम तो भरवा दिए जाते हैं लेकिन कुछ नहीं मिलता.

Advertisement

किसानों का कहना है कि राज्य सरकार हो या फिर केंद्र सरकार, फसल को लेकर न्यूतम समर्थन मूल्य जारी तो कर दिया जाता है लेकिन उतना पैसा भी उन्हें नहीं मिलता. तो फिर देश मे न्यूतम समर्थन मूल्य का नाटक क्यों किया जाता है? बार-बार सरकार से आग्रह करने के बावजूद भी हमें रास्ता दिखा दिया जाता है. किसानों का कहना है कि हर साल समान से लेकर लोगों की सैलरी तक में इजाफा होता है लेकिन हमारी हालत पहले से भी ज्यादा बदतर होती जाती है.

उनका कहना है कि कभी मौसम की मार तो कभी गलत नीतियों की वजह से किसान कर्ज में डूब जाते हैं लेकिन राहत के नाम पर सिर्फ वादे ही किए जाते हैं जो कि कभी पूरे नहीं होते. किसान संगठनों का दावा है कि किसान संसद के जरिए किसानों को संगठित करने की कोशिश है ताकि सभी किसान एक हों और किसान जब संगठित होगा तो सरकार को किसान की बात सुन्नी ही पड़ेगी. अखिल भारतीय किसान सभा के नेता ने कहा कि कीमतों में घोर अन्याय किसानों को कर्ज में धकेल रहा है, जिसके चलते ही वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं और देश भर में इसको लेकर बार-बार प्रदर्शन हो रहे हैं.

Advertisement

Advertisement
Advertisement