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गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगी आग पर पाया गया काबू, MCD ने अपनाए ये दो तरीके

दिल्ली में गाजीपुर, भलस्वा और ओखला तीन प्रमुख लैंडफिल साइट्स हैं. इन कचरों के ढेर में आग लगना कोई नई बात नहीं है. यहां हर साल गर्मियों के मौसम में जैसे ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है तो लैंडफिल साइट में आग लग जाती है, जिससे आस-पास रहने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

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दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने गाजीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया
दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने गाजीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया

दिल्ली नगर निगम ने रविवार से गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगी आग को 90% तक बुझा दिया है. आग लगभग 3000 वर्ग मीटर में लगी थी, जिसमें से अभी केवल 40-50 छोटी-छोटी ज्वालाएं बची हैं. दिल्ली नगर निगम ने सुनिश्चित किया कि आग इस क्षेत्र के बाहर न फैले. माना जा रहा है कि आज सोमवार रात को आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया जाएगा. इसके लिए अग्निशमन की टीम लगातार जुटी है.

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दरअसल, दिल्ली नगर निगम ने आग पर काबू पाने के लिए दोहरी रणनीति अपनाई है. एक तरफ से आग पर C&D वेस्ट यानी निर्माण कार्य से निकलने वाला मलबा डाला गया और दूसरी तरफ अग्निशमन की सहायता से आग को बुझाने के लिए पानी का इस्तेमाल किया गया. लगभग 600 मैट्रिक टन C&D वेस्ट का प्रयोग आग बुझाने के लिए किया गया. आग पर काबू पाने के लिए 16 एक्सकेवेटर, 2 बुलडोजर एवं 6 दमकल गाड़ियों की सहायता ली गई. स्प्रिंकलर की सहायता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आसपास के क्षेत्र में राख एवं धूल न फैले.

दिल्ली में गाजीपुर, भलस्वा और ओखला तीन प्रमुख लैंडफिल साइट्स हैं. इन कचरों के ढेर में आग लगना कोई नई बात नहीं है. यहां हर साल गर्मियों के मौसम में जैसे ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है तो लैंडफिल साइट में आग लग जाती है, जिससे आस-पास रहने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसी तरह रविवार शाम पांच बजकर 22 मिनट पर  दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल में आग लगने की सूचना मिली अग्निशमन विभाग को मिली थी. इसके बाद से आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं.

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