फरीदाबाद में बंटी और बबली स्टाइल में जालसाजी का एक मामला सामने आया है. एक पति-पत्नी ने मशहूर फैशन डिजाइनर रोहित बल के नाम पर एक शख्स को 17 करोड़ रुपये का चूना लगाया.
फर्जीवाड़ा करने वाले आलोक और किरण नाम के पति-पत्नी पर 17 करोड़ रुपयों का फर्जीवाड़ा करने का आरोप है. इस धोखाधड़ी का खुलासा उस वक्त हुआ जब तरनपाल नाम के एक शख्स ने फरीदाबाद में इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया. आलोक और किरण से तरनपाल की मुलाकात दिल्ली में कुछ पार्टियों के दौरान हुई थी और इसके बाद इस बंटी और बबली ने जो जाल बुना उसमें वो फंसता चला गया. शिकायतकर्ता के वकील दीपक गेरा ने कहा, 'मेरे क्लाइंट को रोहित बल की कम्पनी बता कर धोखा दिया गया है.'
उन्होंने तरनपाल को कहानी सुनाई कि मशहूर डिजाइनर रोहित बल कनॉट प्लेस में वेदा और चिबो नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं. तरनपाल के मुताबिक उन्हें इन रेस्टोरेंट्स की मंथली इनकम 30 से 40 लाख रुपये बताई गई. इनका दावा था कि 2014 तक ये टर्नओवर 100 करोड़ तक पहुंच जाएगा. तरनपाल को इसमें इनवेस्टमेंट के बदले कंपनी का डायरेक्टर बनाने की पेशकश की गई. वकील दीपक गेरा ने कहा, 'अग्रवाल दंपत्ति ने तरनपाल को कम्पनी में डाइरेक्टर तो बनाया, लेकिन न तो कभी बोर्ड मीटिंग में बुलाया और न ही कम्पनी की प्रॉपर्टी बेचते समय उनकी सहमति ली गई. अब तक अग्रवाल दंपत्ति पर उनका बकाया 17 करोड़ है.'
फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस पूरे मामले में रोहित बल की कितनी भूमिका है. हालांकि दोनों आरोपियों का कहना है कि रोहित बल को इस मामले की कोई जानकारी है ही नहीं. जांच अधिकारी अशोक कुमार ने कहा, 'हमने आरोपियों को अरेस्ट किया है, रोहित बल के बारे में पता किया जा रहा है.'
अग्रवाल दंपत्ति ने तरनपाल को कमाई का वो सब्जबाग दिखाया कि उसने तुरंत साढ़े चार करोड़ रुपये इनवेस्ट कर दिये. इतना ही नहीं एक साइट के लिये आठ लाख रुपये महीने का किराया भरने की जिम्मेदारी भी ले ली, लेकिन जब हकीकत सामने आई तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.