फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को रविवार को साकेत कोर्ट ने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. सोमवार को उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी है, लेकिन तब तक तिहाड़ जेल में बंद तोमर को दो पॉकेटमारों के साथ समय बीताना पड़ रहा है.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, 12 दिन की पुलिस रिमांड के बाद तिहाड़ पहुंचे आम आदमी पार्टी के विधायक ने कोर्ट में अर्जी देकर जेल में अलग से कोठरी दिए जाने की मांग की है. तोमर ने अपनी अर्जी में कहा है कि उन्हें बदमाशों के साथ जेल में समय बीताना पड़ रहा है. कोर्ट ने मामले में अधिकारियों से नियमों के मुताबिक जरूरी इंतजाम करने के लिए कहा है.
बताया जाता है कि तिहाड़ में पहले से ही बहुत से कैदी बंद हैं, ऐसे में जेल प्रशासन के पास तोमर के लिए सिर्फ सेल नंबर-8 ही खाली है. यह सेल छोटे-मोटे अपराध या पहली बार अपराध के आरोपियों के लिए है.
उत्साहित हैं दोनों पॉकेटमार
दूसरी ओर, खबर है कि दोनों पॉकेटमार अपने साथ दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री और मौजूदा विधायक को पाकर काफी खुश और उत्साहित हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जब यह जेल में खबर आई कि तोमर को तिहाड़ भेजा जा रहा है तो जेल में चर्चा आम हो गई. आठ नंबर सेल में बंद पॉकेटमारों को जब यह खबर मिली कि तोमर उनके साथ रहेंगे तो वह खासे उत्साहित दिखे. उन्होंने यह जानना चाहा कि क्या तोमर उनके साथ ही खाना खाएंगे और एक ही छत के नीचे सोएंगे.
जितेंद्र सिंह तोमर ने अपनी अर्जी में अलग कोठरी के साथ ही कोर्ट लाने-ले जाने के लिए अलग से प्राइवेट वैन की भी मांग की है. उनका कहना है कि ऐसा वह सुरक्षा कारणों से कर रहे हैं. तोमर को रविवार शाम करीब 6:30 बजे तिहाड़ भेजा गया था.