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आर्यन केस: जांच अधिकारी से विजिलेंस ने पूछा- जब मेडिकल नहीं कराया तो कंजप्शन केस कैसे?

मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल चीफ समीर वानखेड़े से पूछताछ के लिए एनसीबी विजिलेंस टीम ने तीसरी बार बुलाया. उधर, आर्यन केस के पहले जांच अधिकारी वीवी सिंह से 12 फरवरी को 10 घंटे तक विजिलेंस टीम ने पूछताछ की. बता दें कि विजिलेंस की टीम आर्यन केस में एनसीबी टीम पर लगे आरोपों की जांच कर रही है.

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समीर वानखेड़. -फाइल फोटो
समीर वानखेड़. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आर्यन केस के पहले जांच अधिकारी से भी पूछे गए सवाल
  • 12 फरवरी को वीवी सिंह से विजिलेंस ने 10 घंटे की थी पूछताछ

मुंबई NCB के पूर्व जोनल चीफ समीर वानखेड़े से NCB विजिलेंस टीम आज तीसरी बार पूछताछ की. वानखेड़े से विजलेंस की टीम सुबह तकरीबन 11 बजे से दिल्ली के NCB के दफ्तर में बुलाया था. सूत्रों के मुताबिक, विजलेंस की टीम अपनी जांच रिपोर्ट मार्च के पहले हफ्ते के NCB DG को सौंप देगी. आर्यन केस के पहले जांच अधिकारी वीवी सिंह से से 12 फरवरी को 10 घंटे विजिलेंस टीम ने पूछताछ की है. विजिलेंस की टीम आर्यन केस में NCB टीम पर लगे आरोपों की जांच कर रही है.

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सूत्रों के मुताबिक, आर्यन केस की जांच से जुड़े अफसरों से पैसे उगाही को लेकर लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं और पूछताछ में सभी अफसरों ने पैसे लेने या डिमांड करने से साफ इनकार किया है. 

जांच अधिकारी और अफसरों से पूछे गए सवाल....

- जांच अधिकारी से पूछा कि आपने आर्यन खान की मेडिकल जांच क्यों नहीं कराया, जब उसे कंजप्शन के आरोप पर गिरफ्तार किया गया था? 

- जांच से जुड़े अफसरों से पूछा गया कि सभी आरोपियों का पंचनामा अलग-अलग क्यों नहीं किया गया?

- जांच से जुड़े अफसरों से विजिलेंस टीम ने पूछा कि आखिर कैसे पंचनामा करने वाला और मुखबिर NCB के दफ्तर के अंदर आर्यन खान से बातचीत कर रहा था?

विजलेंस टीम ने जांच अधिकारियों से पूछा कि आखिर NCB के बाहर का व्यक्ति कैसे NCB के ऑफिस के अंदर बैठकर आर्यन खान से फोन पर किसी बाहरी शख्स की बातचीत करवा रहा था जबकि आर्यन खान एक आरोपी के तौर पर थे. उस वक्त फोन पर बातचीत करवाने वाला NCB का अफसर भी नहीं था. इसके अलावा विजिलेंस टीम ने आर्यन केस से जुड़े केस के अलावा दूसरे केसों से जुड़े कुछ इनपुट पर भी सवाल दागे.

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आर्यन केस के पहले आईओ वीवी सिंह से दूसरी बार 12 फरवरी को सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक पूछताछ हुई जिसमें उनसे तकरीबन 20 सवालों के जवाब मांगे गए, जिनमें से कई सवाल घूमा-फिरा कर पूछे जा रहे थे.

वानखेड़े ने पेश किया डॉक्यूमेंट्स: सूत्र

सूत्रों के मुताबिक, वानखेड़े ने पिछले साल अक्टूबर में मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रूज पर छापे से संबंधित आधिकारिक डॉक्यूमेंट्स NCB नॉर्थ रीजन के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह के समक्ष पेश किए. 

हिमाचल प्रदेश कैडर के 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह एनसीबी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) हैं और उन्हें क्रूज ड्रग्स मामले में एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सेल द्वारा एक हलफनामा दायर करने के बाद जांच करने का काम सौंपा गया था. इस मामले में आर्यन खान को बरी करने के लिए एनसीबी मुंबई के कुछ अधिकारियों और अन्य लोगों द्वारा 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की बोली लगाई गई थी.

इस मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और ये सभी अब आर्यन खान समेत जमानत पर बाहर हैं. सेल ने दावा किया था कि उसने सुना था कि इस पैसे में से 8 करोड़ रुपये की 'रिश्वत' वानखेड़े को दी जानी थी. 

सेल ने यह भी दावा किया था कि उन्होंने गोसावी को शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी से कॉर्डेलिया क्रूज रेड के बाद मिलते देखा था और उन्हें वानखेड़े की उपस्थिति में 9-10 खाली पन्नों पर सिग्नेचर करने के लिए कहा गया था.

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वानखेड़े ने कहा था कि छापेमारी के दौरान सभी उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया था और उन पर हाई-प्रोफाइल ड्रग तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से रोकने के लिए आरोप लगाए गए थे.

सूत्रों ने कहा कि इस मामले में शामिल एनसीबी मुंबई टीम के अन्य अधिकारी भी इस सप्ताह यहां डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व वाले पैनल के समक्ष पेश हुए हैं. सिंह और उनकी टीम ने पिछले साल वानखेड़े, उनकी एनसीबी मुंबई टीम, सेल, आर्यन खान और अन्य सहित शामिल सभी लोगों से पूछताछ और बयान दर्ज किया था. विजिलेंस टीम ने एनसीबी केस के दस्तावेज और जब्ती मेमो को भी कब्जे में ले लिया है.

बता दें कि 2008 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी वानखेड़े का एनसीबी के साथ कार्यकाल पिछले महीने समाप्त हो गया. 42 साल के वानखेड़े ने 31 अगस्त 2020 से एनसीबी मुंबई इकाई के प्रमुख या जोनल निदेशक के रूप में कार्य किया, जिसके दौरान उन्होंने कई ड्रग्स मामलों की जांच की, जिसमें अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़ा और एक प्रमुख था. इसके अलावा महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद की गिरफ्तारी भ की थी.

 

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