दिल्ली के आज़ाद मार्केट में एक 4 मंजिला इमारत अचानक ढह गई. बिल्डिंग ऊपर से नीचे तक एकाएक बैठ गई, जिसमें रह रहे लोगों को निकलने का मौका तक नहीं मिला. इतना ही नहीं पास के इमारत को भी इससे क्षति पहुंची है. लेकिन किसी को ये तनीक भी अंदाजा नहीं था कि इस हादसे में कितने लोग मलबे में दबे हो सकते हैं.
हादसे के बाद तुरंत स्थानीय लोग, फायर और डिजास्टर टीम ने रेस्क्यू शुरू की तो मलबे के अंदर से महिला की आवाज आई जिसके बाद मलवे से एक-एक कर दो लोगों को निकाल कर तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन एक 35 साल की महिला की मौत हो गई, जबकि 18 साल की लड़की अब भी अस्पताल में ज़िन्दगी और मौत की जंग लड़ रही है.
गनीमत इस बात की रही कि इमारत के दो फ्लोर पर किराए पर रहने वाले 4 परिवारों में से ज्यादातर लोग और बच्चे घर से बाहर काम पर थे नहीं तो हादसा बड़ा हो सकता था. महज 12 साल पहले बनी इस इमारत ऐसे धराशाई हो सकती है किसी को अंदाजा नहीं था. ग्राउंड फ्लोर पर क्रोकरी का गोदाम बना था जो बंद पड़ा था, उसमें किराए पर रहने वाले लोगों का कहना है कि वो महज तीन महीने पहले से रह रहे थे, उन्हें तनीक भी अंदाजा नहीं था कि इमारत ऐसे ढह जाएगी.
बताया जा रहा है कि इस इमारत में 7-8 साल पहले मरम्मत का भी काम हुआ था. हादसे के बाद से कई घंटों तक रेस्क्यू चला, ताकि ये पता लगाया जा सके कि इसमें कोई राहगीर तो इसके चपेत में नहीं आया, फिलहाल पुलिस भी मकान मालिक से इमारत के बारे में पूछताछ कर मामले की जानकारी ले रही है.