मुंबई में फोटो जर्नलिस्ट से गैंगरेप मामले में घटना के तीन दिन बाद सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पांचवें आरोपी सलीम अंसारी की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है. गिरफ्तारी के बाद उसे दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया. उसे 2 दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया है. अब पुलिस उस मोबाइल फोन की तलाश में जुटी हुई है जिसका इस्तेमाल इस अपराध की तस्वीरें खींचने के लिए किया गया था.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले में पांचवें और अंतिम आरोपी अंसारी को मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा ने राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किया जिसे मुम्बई लाया जा रहा है. दिल्ली के भरत नगर में छुपा था पांचवां आरोपी. मुंबई पुलिस ने दिल्ली पुलिस को उसके गिरफ्तारी की सूचना दी. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस को इस गिरफ्तारी के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी.
उधर इस मामले में चौथे आरोपी कासिम बंगाली को शनिवार देर रात मुम्बई से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस के मुताबिक अदालत में पेशी से पहले तीसरे और चौथे आरोपियों का मेडिकल टेस्ट हुआ. उसके बाद भोईवाड़ा अदालत ने गैंगरेप के तीसरे और चौथे आरोपी को 30 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेजा दिया है.
शनिवार को गैंगरेप मामले में तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी हुई. इस शख्स का नाम सिराज रहमान है. सिराज को महालक्ष्मी इलाके से ही पकड़ा गया. गैंग रेप की जांच का मामला एनएम जोशी मार्ग थाने से लेकर मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है.
इससे पहले मुंबई गैंगरेप केस में पकड़े गए दो आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने इन दोनों को 30 अगस्त तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है. आरोपी अपने गुनाह कबूल कर चुके हैं, लेकिन पुलिस इनसे वारदात के बारे में और तफसील से पूछताछ करना चाहती है.
मुंबई में गैंगरेप का शिकार हुई फोटो जर्नलिस्ट ने कसूरवारों के लिए कम से कम उम्र कैद की सजा की मांग की है. पीड़ित लड़की ने पुलिस को दिए बयान में सिलसिलेवार तरीके से पूरी घटना का जिक्र किया है. लड़की ने कहा है कि इस घटना से उसकी जिंदगी खत्म नहीं हुई है और वो अपना काम करती रहेगी.
यह घटना मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन के नजदीक बंद पड़ी शक्ति मिल कंपाउंड में उस वक्त हुई थी जब अंग्रेजी पत्रिका में कार्यरत पत्रकार अपने पुरुष सहकर्मी के साथ दफ्तर से मिले काम के सिलसिले में यहां आई थी.महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर.आर.पाटील ने शुक्रवार को कहा था कि पीड़िता को जल्द न्याय दिलाने के लिए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराई जाएगी. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा के कर्मियों की 20 टीमें गठित की गई हैं.