नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जैसा की कहा जा रहा था प्वाइंट सिस्टम की वजह से लोगों को दिक्कत आएगी सो पेरेंट्स इससे वाकई परेशान है. एक तरफ तो ऑनलाइन फॉर्म की वजह से दिक्कत आ रही है वहीं दूसरी ओर कोटा सिस्टम की सही जानकारी और स्कूलों में इसको लेकर आपसी तालमेल की कमी की वजह से भी परेशानी बढ़ गई है.
नर्सरी एडमिशन के दूसरे दिन भी अभिभावक परेशानियों से दो-चार होते नजर आए. खास तौर पर ऑनलाइन फॉर्म और ईडब्ल्यूएस कोटे को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन बना हुआ है जिसके चलते लोग स्कूलों के चक्कर काट रहे हैं.
नर्सरी दाखिले की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए इस साल ज्यादातर स्कूलों ने ऑनलाइन फॉर्म को तवज्जो दी है मगर इसके बाद भी लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रही. कहीं डाउनलोडिंग फेल होने से लोग परेशान है तो कहीं स्कूल प्रबंधन की तरफ से सही जानकारी नहीं मिलने से अभिभावक नाराज है.
लोगों का कहना है, ‘चार पांच स्कूलों में एडमिशन के लिए कोशिश कर रहे हैं. प्रक्रिया ऑनलाइन है लेकिन डाउनलोडिंग नहीं हो पा रही. कहीं कोई जानकारी चाहिए तो तो कोई हेल्प डेस्क नहीं है. ऐसे में बहुत परेशानी हो रही है.’
वहीं ईडब्ल्यूएस कोटे को लेकर भी लोगों में कन्फ्यूजन बरकरार है.
एक अभिभावक का कहना है, ‘हम स्कूल गए थे लेकिन गार्ड ने कहा ईडब्ल्यूएस फॉर्म नहीं मिलेगा. ऑनलाइन भी नहीं मिल सकता.’
एडमिशन की ये रेस 15 जनवरी तक जारी रहेगी. जाहिर है ऐसे में अभिभावक ज्यादा से ज्यादा स्कूलों में फॉर्म भरेंगे जिससे उनके मनचाहे स्कूल में बच्चे को दाखिला मिल जाए.
हर साल की तरह इस बार भी प्वाइंट क्राइटेरिया सिस्टम ने अभिभावकों को उलझा रखा है. कहीं लम्बी कतारें. कहीं ईडब्ल्यूएस कोटे पर मनमानी से लोग परेशान हैं तो वही ऑनलाइन फॉर्म होने के बाद भी लोग स्कूलों की खाक छान रहे हैं. जाहिर है नर्सरी दाखिले की रेस में इतनी सर्दी के बाद भी अभिभावकों का पसीना छूट रहा है.