दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 38वें ट्रेड फेयर में स्टॉल की संख्या कम होने के बावजूद व्यापारियों में खुशी की लहर है. देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रेड फेयर में हिस्सा लेने आए ट्रेडर्स का मानना है कि हजारों की संख्या में स्टॉल होने से व्यापार कम होता था. आपको बता दें कि इस साल ट्रेड फेयर में महज 800 स्टॉल का इंतजाम है जबकि इससे पहले 6 हजार से ज्यादा स्टॉल ट्रेड फेयर का हिस्सा बनते थे.
गुजरात के अहमदाबाद से दिल्ली के ट्रेड फेयर में हाथ से बने आकर्षक झोले बेचने आए मोहम्मद फारूक ने बताया कि उनकी टीम में 40 लोग लघु उद्योग चलाते हैं. फारुख के मुताबिक स्टॉल की संख्या कम होने से व्यापार ज्यादा होगा. फारुख का मानना है कि हजार की संख्या में स्टॉल से बिक्री कम होती है हालांकि उन्हें उम्मीद है कि इस बार लोगों की भीड़ कम होने के बावजूद व्यापार में कोई कमी नहीं आएगी. हालांकि दिल्लीवालों को स्टॉल की कमी खल रही है.
राजस्थान पवेलियन पहुंची मॉडल टाउन की साधना ने बताया कि पहले हर राज्य का अलग पवेलियन होता था जिससे घूमने में मजा आता था. साधना ने कहा कि इस साल स्टॉल की संख्या घट जाने से घूमने में निराशा हाथ लग रही है. पहले कई घंटों तक ट्रेड फेयर में रहने वाले थे लेकिन ऐसा लगता है कि जल्द ही वक्त बीत जाएगा.
मध्यप्रदेश टूरिज़्म के काउंटर पर आकर्षक ऑफर पर्यटकों को दिए जा रहे हैं. यहां मौजूद अधिकारियों के मुताबिक अगर मध्यप्रदेश के पवेलियन से पर्यटन के लिए बुकिंग कराई जाती है तो तुरंत 20% की छूट दी जाएगी. बुकिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे अब्बास बताते हैं कि दिल्ली के दिल दिल्ली में रहने वाले लोगों को हिंदुस्तान के दिल मध्यप्रदेश तक पहुंचाने के लिए उनकी टीम दिलचस्प ऑफर लेकर आए हैं.
जगह कम होने के बावजूद लोग राज्यों के पवेलियन में प्रदर्शनी देखने पहुंच रहे हैं. हिमाचल प्रदेश से दिल्ली घूमने आए हिमांशु ने बताया कि उन्हें मध्यप्रदेश, राजस्थान में सबसे ज्यादा खूबसूरत उत्तरप्रदेश का पवेलियन है. दरअसल, उत्तरप्रदेश पवेलियन के बाहर अयोध्या के मंदिर बनाकर, घाट बनाये गए हैं जहां दीप भी जलते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा इस पवेलियन के एंट्री पॉइंट पर कुम्भ 2019 के पोस्टर के साथ-साथ आरती करते हुए साधुओं के पुतले खड़े किए गए हैं.
दिल्ली के पवेलियन में अरविन्द केजरीवाल सरकार ने सिग्नेचर ब्रिज, मोहल्ला क्लीनिक को पेश किया है. साथ ही इस पवेलियन में शिक्षा विभाग की चर्चित हैप्पीनेस क्लास और स्वास्थ्य विभाग के मोहल्ला क्लीनिक की झलक भी दिखाई जा रही है. एक तरफ जहां राज्यों की सरकारें अपने कामकाज का बखान कर रही हैं तो वहीं व्यापारियों को उम्मीद है कि 18 नवंबर को आम लोगों की एंट्री के बाद उनके व्यापार में बढ़त होगी.