2017 डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) फ्लैट्स स्कीम के तहत 12 हजार फ्लैटों के लिए इस बार करीब 42 हजार आवेदन आए हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम है. डीडीए के मुताबिक आवेदन कम जरूर हैं, लेकिन इसे खरीददारों के लिए एक अच्छा इशारा माना जा सकता हैं क्योंकि कम आवेदन होने की वजह से आवेदकों को फ्लैट मिलने की संभावना काफी बढ़ गई है.
42 हजार आवेदन आए
साल 2017 की डीडीए स्कीम के लिए लगभग 90 हजार फॉर्म बेचे गए, लेकिन फाइनल लिस्ट के मुताबिक 12 हजार फ्लैटों के लिए सिर्फ 42 हजार आवेदन ही आये हैं. डीडीए कमिशनर जेपी अग्रवाल के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में कुछ वर्षों में प्राइवेट बिल्डरों से कई सारे इलाकों में फ्लैट बनवाए गए हैं, जहां लोगों ने बुकिंग भी करवा ली है, इसी वजह से डीडीए फ्लैटों के आवेदन इस बार कम आए हैं.
इस वजह से आए कम आवेदन
डीडीए फ्लैट स्कीम 2017 में कुल 12 हजार फ्लैटों की योजना है, जिसमें 7 लाख से लेकर सवा करोड़ तक के फ्लैट हैं. 30 जून को लॉन्च हुई इस योजना के तहत द्वारका, नरेला, वसंतकुंज, पश्चिम विहार, प्रीतमपुरा और सिरसपुर इलाकों में फ्लैट तैयार किए गए हैं. इन फ्लैटों को कुल चार कैटेगरी में बांटा गया हैं. इसमें 87 HIG फ्लैट, 404 MIG फ्लैट, 11,197 LIG और 384 जनता फ्लैट हैं. डीडीए कमिशनर जेपी अग्रवाल ने बताया कि इस बार रजिस्ट्रेशन फीस भी 1 लाख और 2 लाख रुपये रखी गई है. फॉल्स एपलीकेशन को अवॉयड करने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस में 25 से 50 फीसदी तक कटौती के नियम भी बनाए गए हैं, जो कम आवेदन आने की एक बहुत बड़ी वजह है.
दीवाली पर लॉटरी निकाली जा सकती है
कम आवेदन की वजह से स्कीम की लॉटरी दीवाली के आसपास निकाले जाने की संभावना है. इसके अलावा डीडीए की अगली स्कीम के तहत दिल्ली के अलग- अलग इलाकों में करीब 22 हजार फ्लैट दिसंबर के आसपास बन कर तैयार होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसकी स्कीम जून 2018 तक निकाले जाने की संभावना है.