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इंटरनेट पर क्रेज़ी हो रहा है ग्रीन पटाखा, गूगल पर बढ़ी सर्च

सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद अक्टूबर के महीने में 'ग्रीन क्रैकर्स' की सर्च बहुत बढ़ गई है और दिल्ली, हरियाणा में ये सबसे ज़्यादा ढूंढा जा रहा है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर (रॉयटर्स)
प्रतीकात्मक तस्वीर (रॉयटर्स)

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इंटरनेट की दुनिया हो या मार्केटप्लेस, दोनों ही जगह 'ग्रीन फायर क्रैकर्स' की धूम मची हुई है. दीपावली नज़दीक है लेकिन इस बार सबसे ज़्यादा उत्सुकता है तो 'ग्रीन पटाखों' को लेकर.

बच्चे से लेकर बड़ों तक, सबके मन में ये ही सवाल है कि ग्रीन पटाखे होते क्या हैं.  दिवाली की रात को जलाने के लिए ये ग्रीन फायर क्रैकर्स कहा मिलेंगे? गूगल सर्च के ट्रेंड को देखा जाए तो पता चलेगा कि इंडिया में अक्टूबर के महीने में 'ग्रीन क्रैकर्स' की सर्च बहुत बढ़ गई है और दिल्ली और हरियाणा में ये सबसे ज़्यादा ढूंढा जा रहा है.

पूरे देश में पटाखे बनाने, बेचने और जलाने पर प्रतिबंध को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "अब दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर पूरी तरह से पाबंदी नहीं होगी. कम प्रदूषण वाले पटाखे ही जलाए जाएंगे." दरअसल ग्रीन फायरक्रैकर्स उन पटाखों को कहा जाता है जिनके पास एक रासायनिक फॉर्मूलेशन है जो पानी के मॉलिक्यूल्स का उत्पादन करता है, जो उत्सर्जन के स्तर को काफी कम करता है और धूल को अवशोषित करता है. यह 30-35 प्रतिशत तक, नाइट्रस ऑक्साइड और सल्फर ऑक्साइड जैसे हानिकारक गैसों और पार्टिकुलेट मैटर (कणों) में कमी का वादा करता है.

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'डायल 4 ट्रेड' एक लिस्टिंग मॉडल आधारित बी 2 बी मार्केट प्लेस पोर्टल है जो खरीदारों को विक्रेताओं से जोड़ता है. उसके फाउंडर और मार्केट हेड अरुण प्रताप सिंह ने ग्रीन क्रैकर्स की देशभर में डिमांड और सप्लाई एनालाइज की और बताया कि उनके पास हर दिन 5 से दस ग्रीन क्रैकर्स के सप्लायर्स की जानकारी के लिए मेल आते हैं. इस कारण उन्होंने देश के अलग-अलग कोने से पटाखों को बनाने वाले और बेचने वालों से बात की पर ग्रीन पटाखों का अभी तक किसी को नहीं पता.

सुधीर फायरवर्क्स इंडस्ट्रीज, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश से ग्रीन पटाखों की सेल के बारे में पूछा गया तो जवाब मिला कि अभी हमारे पास ग्रीन क्रैकर्स की डिमांड है लेकिन ये कहीं भी मिल नहीं रहा है. सुप्रीम कोर्ट के दिवाली से कुछ दिन पहले आए आर्डर के कारण निराशा इस कदर बढ़ गई है कि अब गुज़ारे के लिए पटाखों का काम करने वाले कारोबार बदलने की सोच रहे हैं.

चौधरी फायर वर्क्स एंड क्रैकर्स, उत्तम नगर दिल्ली के मालिक ने हताश होते हुए कहा कि प्रतिबंध के कारण हमारे पास पिछले साल स्टॉक था, सोचा कि हम इस दिवाली पर बेचते लेकिन इस बार भी ग्रीन क्रैकर्स की वजह से हम बिज़नेस नहीं चला पा रहे हैं. अब लगता है कि बिज़नेस बंद करना पड़ेगा.

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