दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर रविवार को प्रदर्शन कर रहे अस्थाई शिक्षकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए. अपनी नौकरी स्थाई करने की मांग कर रहे अस्थाई शिक्षकों ने केजरीवाल सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है.
प्रदर्शनकारियों ने केजरीवाल को बताया वादाखिलाफ
प्रदर्शन कर रहे इन शिक्षकों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द स्थाई किया जाए. प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कहा कि सत्ता में आने के लिए केजरीवाल ने कहा था कि सत्ता में आते ही सभी शिक्षकों को स्थाई कर दिया जाएगा. इसके उलट दिल्ली सरकार में बाद में चार हजार शिक्षकों को काम से ही निकाल दिया.
दोबारा नौकरी और वेतन तय करने की मांग
दिल्ली सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरे अस्थाई शिक्षकों को दोबारा नौकरी पर रखने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि केजरीवाल अपने वादे के मुताबिक इन शिक्षकों को स्थायी करें. साथ ही उन सबका वेतन भी तय कर दिया जाए.
अस्थाई शिक्षकों ने दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी
दिल्ली सरकार के विभिन्न स्कूलों में फिलहाल 17 हजार अस्थाई शिक्षक हैं. इन सबको 700, 800 और 900 रुपये के हिसाब से वेतन का भुगतान किया जा रहा है. अस्थाई शिक्षकों की मांग है कि उन्हें जल्दी स्थाई किया जाए. ऐसा नहीं होने पर प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.