मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत बिगड़ गई है. उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. कोर्ट से बाहर निकलते वक्त वो अस्वस्थ महसूस कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. दरअसल, गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सत्येंद्र जैन को Rouse Avenue कोर्ट में पेश किया था. इस दौरान ईडी की मांग पर कोर्ट ने पांच दिनों के लिए सत्येंद्र जैन की रिमांड को बढ़ा दिया है. वहीं, सत्येंद्र जैन ने Rouse Avenue कोर्ट मे जमानत याचिका लगाई है.
बता दें कि सत्येंद्र जैन को ED ने 30 मई को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें 9 जून तक के लिए ED की कस्टडी में भेज दिया गया था. हाल ही में ED ने सत्येंद्र जैन के करीबी के घर से 2.82 करोड़ रुपये कैश और काफी मात्रा में सोना बरामद किया था.
गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार सत्येंद्र जैन के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीमें छापेमारी कर रही हैं. वहीं दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ ही हवाला ऑपरेटर्स के ठिकानों पर भी ईडी छापेमारी कर रही है.
16 करोड़ रुपये से अधिक का शोधन
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए अरविंद केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कथित तौर पर 16 करोड़ रुपये से अधिक का शोधन किया है. उनके परिवार के साथ, जैन परिवार के दो अन्य लोग भी इस व्यापक साजिश का हिस्सा होने के चलते ईडी की जांच के दायरे में हैं.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सत्येंद्र जैन पर जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए अपनी दो बेटियों सहित अपने परिवार के सदस्यों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. इंडिया टुडे टीवी द्वारा एक्सेस की गई जांच रिपोर्ट के अनुसार, सत्येंद्र जैन की पत्नी और दो बेटियों ने सत्येंद्र जैन से जुड़ी कंपनियों से कारोबार की आड़ में करोड़ों रुपये प्राप्त किए हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्येंद्र कुमार जैन, उनके परिवार और दोस्तों का दिल्ली की चार कंपनियों में नियंत्रण और हिस्सेदारी थी. दिल्ली सरकार का हिस्सा बनने से पहले जैन चार में से तीन फर्मों के निदेशकों में से एक थे.