Heatwave situation in Delhi: दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले दो-तीन दिनों से जबरदस्त लू चल रही है. कई जगहों पर हीटवेव के हालात हैं तो कहीं और गंभीर यानी सीवियर हीटवेव चलते भी देखी जा रही है. लगातार हीटवेव से दिल्ली और आसपास के इलाकों के लोग परेशान हैं. 21 मई को हुई बारिश की वजह से लगभग 10 दिनों तक लू जैसी स्थिति नदारद रही.
दो बार पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से अच्छी खासी बारिश हुई तो वही एक बार भयंकर तूफान भी आया. लेकिन जून के आते-आते मौसम का मिजाज दोबारा बदल गया और दिल्ली एनसीआर समेत पूरा उत्तर पश्चिमी भारत भयंकर हीटवेव की चपेट में फिर से आ गया.
मौसम विभाग की मानें तो मौजूदा हीटवेव की वजह पाकिस्तान से चलने वाली गर्म हवाएं हैं. मई के आखिरी हफ्ते में पुरवइया हवा यानी ईस्टरली चल रही थी, जिसने मौसम को थोड़ा ठंडा रखा हुआ था. लेकिन 31 मई से 2 जून के बीच पूरब से आने वाली यह हवाएं धीमी हो गईं. इन हवाओं की जगह पश्चिम यानी पाकिस्तान से आने वाली गर्म और शुष्क हवाओं ने ले ली.
इसके असर से उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कई इलाकों में शुष्क मौसम हो गया और गर्मी भी बढ़ने लगी. इसकी वजह से सबसे पहले 2 और 3 जून को उत्तर पश्चिम राजस्थान में हीटवेव की स्थिति देखी गई. लेकिन जल्द ही इसने उत्तर और पूरब का रुख करते हुए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर के इलाकों, उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों और मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग को अपनी चपेट में ले लिया. इन इलाकों में 4 जून से अधिकतम तापमान काफी ज्यादा बढ़ गया.
यानी मौजूदा हीटवेव उम्मीद से बढ़कर निकली. पिछले दिनों दिल्ली के कुछ इलाकों में 47 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए भी यलो अलर्ट जारी किया है. मंगलवार को दिल्ली का पारा 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच में रहेगा. दिल्ली में सिर्फ अधिकतम तापमान ही नहीं बढ़ा रहा, बल्कि कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है.