दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर घने कोहरे के कारण रविवार सुबह 90 से अधिक विमानों की उड़ान सेवाएं प्रभावित हुईं. घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होकर 50 मीटर रह गई थी, इसलिए 40 से अधिक फ्लाइटों को डायवर्ट करना पड़ा. हालांकि 11 बजे के बाद एयरपोर्ट पर विमान सेवा बहाल हो गई.
More than 40 flights were diverted & more than 90 flights were affected at #Delhi Airport due to low visibility. Operation resumed after 11 am
— ANI (@ANI) 31 December 2017
दिल्ली क्षेत्र एवं आईजीआई हवाईअड्डा के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के निदेशक आरके जेनामनी ने कहा, ‘सुबह साढ़े पांच बजे रनवे पर दृश्यता 50-75 मीटर के बीच थी. इस साल कोहरे की यह अब तक की सबसे खराब स्थिति अनुभव की गई है.’ दिल्ली हवाईअड्डे के पास कम दृश्यता में भी विमानों के उतरने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी हैं और इस कारण 50 मीटर दृश्यता में भी विमानों को उतर पाना संभव हो पाता है. हालांकि विमानों को उड़ान भरने के लिए 125 मीटर दृश्यता की आवश्यकता होती है.
आज 2017 का आखिरी दिन है, मगर आखिरी सुबह भी दिल्ली वालों के लिए थोड़ी परेशानी लेकर आई. आज की सुबह दिल्ली घने कोहरे से लिपटी नजर आई. दिल्ली-एनसीआर में सुबह के समय सड़कों पर इतना घना कोहरा छाया रहा कि थोड़ी दूर पर पैदल आते लोग और वाहन तक दिखाई नहीं दे रहे थे. विजिबिलिटी बेहद कम होने से सड़कों पर वाहन चालकों को गाड़ी चलाने के दौरान काफी परेशानी भी हुई. इसके अलावा आज पूरे दिन सर्द हवा भी चलेगी जिससे दिल्ली में लोगों को सर्दी का एहसास होगा. वहीं आने वाले दो दिनों में मौसम में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है.
दोपहर में भी रहेगा कोहरा
आज की बात की जाए तो दिल्ली एनसीआर में आज दोपहर के बाद भी कोहरा छाने लगेगा. रात में न्यूनतम तापमान में गिरावट रहने से सर्दी लगेगी. वहीं नए साल यानी 2018 जनवरी में भी ऐसी ही स्थिति रहेगी. दिन में लंबे समय के लिए मौसम साफ रहने से सुबह-शाम कोहरा अधिक रहेगा. अधिकतम व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा.
स्मॉग या फॉग ?
दिल्ली में इस वक्त लोगों को ये समझ नहीं आ रहा है कि ये फॉग है या फिर स्मॉग है? मगर दिल्ली एनसीआर में हर साल इस समय पर फॉग रहता ही है. जब पीएम 2.5 और पीएम 10 का लेवल देखा गया तो पता चला की दिल्ली की हवा अभी भी प्रदूषित है क्योंकि पीएम 2.5 का लेवल 289 है, वहीं पीएम 10 का लेवल 300 है. इसका मतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है, जो एक बड़ी समस्या है.