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किरण बेदी के आने से BJP को होंगे ये 5 फायदे

दिल्ली में चेहरा न होने के आरोपों का सामना कर रही बीजेपी ने किरण बेदी को पार्टी में शामिल कर बड़ा दांव खेला है. पार्टी ने बेदी को लाकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं.

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Kiran Bedi
Kiran Bedi

दिल्ली में चेहरा न होने के आरोपों का सामना कर रही बीजेपी ने किरण बेदी को पार्टी में शामिल कर बड़ा दांव खेला है. पार्टी ने बेदी को लाकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं. पहला- अब अरविंद केजरीवाल बीजेपी को दिल्ली में चेहरा मिल गया. दूसरा- केजरीवाल और किरण बेदी दोनों अन्ना आंदोलन से निकले हैं, ऐसे में आम आदमी पार्टी के लिए उन्हें निशाने पर लेना आसान नहीं रहेगा. (BJP नेता किरण बेदी के नाम एक खुला खत)

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वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में उन्हें पार्टी में शामिल किया जाना अपने आप में कई संकेत देता है. पत्रकारों के साथ किरण बेदी का बातचीत का अंदाज भी भावी सीएम वाला था. इसमें शक नहीं कि उनके आने से बीजेपी कार्यकर्ताओं में उत्साह तो आया है. तो आइए जानते हैं किरण बेदी को पार्टी में शामिल करने से बीजेपी हो सकते हैं कौन से 5 फायदे?

1- देश की पहली महिला आईपीएस चुने जाने के बाद से अब तक महिलाओं में उनकी अलग छवि रही है. दिल्ली में महिला सुरक्षा भी बड़ा मुद्दा है और सुपरकॉप वाली उनकी छवि ऐसे में काम जरूर आएगी. वैसे किरण बेदी कई साल से महिलाओं के लिए कार्य भी कर रही हैं. (बेदी के आने से BJP को होंगे ये 5 नुकसान)

2- अरविंद केजरीवाल की ही तरह किरण बेदी भी अन्ना आंदोलन से निकली हैं और उनकी इमेज भी बेदाग है. ऐसे में करप्शन के नाम पर केजरीवाल के लिए वोट बटोरना आसान नहीं रहेगा. पिछले विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को कांग्रेस की भ्रष्ट छवि का ही सबसे ज्यादा फायदा मिला था.

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3- आम आदमी पार्टी और कांग्रेस काफी समय से बीजेपी के पास दिल्ली में चेहरा न होने का आरोप लगाते आ रहे थे. आप के पोस्टरों में मुकाबला केजरीवाल बनाम जगदीश मुखी पेश किया जा रहा था. यही कारण रहा कि बीजेपी ने किरण को पार्टी में शामिल करते ही संकेत दे दिए कि मोदी के बाद वही दिल्ली में पार्टी का चेहरा हैं.

4- इस समय देश में लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दे हावी हैं, जो दिल्ली चुनाव में बीजेपी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं. किरण बेदी राजनीति में फ्रेश फेस हैं और वह संघ से भी जुड़ी नहीं रही हैं. ऐसे में किरण बेदी को स्वीकार्यता की संभावनाएं बीजेपी के किसी अन्य नेता की तुलना में कहीं ज्यादा बढ़ जाती हैं.

5- किरण बेदी ने पार्टी में शामिल होते ही पीएम मोदी के डिवेलपमेंट एजेंडा की बात की. अभी तक दिल्ली में यह मुद्दा मिसिंग था, लेकिन अब बेदी खुद को पीएम मोदी के ईमानदार रिप्रेजेंटेटिव की तरह पेश कर सकेंगी. ऐसे में केंद्र और राज्य के बीच समन्वय की बात पर भरोसा भी किया जा सकेगा. पीएम मोदी के लिए बेदी के लिए जनता से वोट मांगना अब ज्यादा हो जाएगा.

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