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दिल्ली में तो नहीं, अमेरिका और ब्रिटेन में सड़कों पर जरूर चली है नाव

सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर केरी की इस टिप्पणी को एक मजाक के तौर पर लिया गया. हालांकि यह बहुत संभव है कि उन्होंने ऐसा अपने भाषण की शुरुआत से पहले माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए कहा हो.

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फ्रांस में भी बारिश के बाद सड़क पर चली नाव
फ्रांस में भी बारिश के बाद सड़क पर चली नाव

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अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी भारत में अपनी पहली बारिश शायद कभी न भूलें. बुधवार सुबह झमाझम बारिश से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का हाल बेहाल है. सड़कें तलाब बन गई हैं. यही कारण है कि केरी जब सुबह आईआईटी-दिल्ली के छात्रों को संबोधि‍त करने पहुंचे तो भीड़ देखकर दंग रह गए. उन्हें आश्चर्य हुआ कि ऐसे मौसम में इतनी बड़ी संख्या में छात्र कैसे उनसे मिलने पहुंच गए. लगे हाथ उन्होंने टिप्पणी भी की- क्या आप लोग नाव से यहां आए हैं...

यकीनन सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर केरी की इस टिप्पणी को एक मजाक के तौर पर लिया गया. हालांकि यह बहुत संभव है कि उन्होंने ऐसा अपने भाषण की शुरुआत से पहले माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए कहा हो. बहरहाल, मौमस की मार के बाद भले ही दिल्लीवालों को नाव की जरूरत नहीं पड़ी हो, लेकिन जॉन केरी के लिए यह एक जानकारी ही होगी कि दुनिया के कई बेहतरीन शहरों को बारिश ने इस कदर बदहाल किया कि वहां वाकई सड़कों पर नाव चलने लगी.

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दिल्ली में भारी बारिश के कारण अभी तक नाव चलाने की नौबत नहीं आई, ज‍बकि इस वजह से अमेरिका के लु‍इसियाना, ब्रिटेन के लंदन और पेरिस में बारिश की वजह से सड़क पर नाव तैर चुकी है.

इसी महीने लु‍इसियाना में बारिश के बाद करीब 20,000 लोगों को बोट के जरिए जलभराव वाले इलाकों से बाहर निकाला गया.

बारिश के कारण लुइसियाना शहर में 24 घंटे के लिए तगड़ा जाम लगा सो अलग.

दिलचस्प बात यह भी है‍ कि जॉन केरी अपनी ताजा दिल्ली यात्रा के दौरान दो बार ट्रैफिक जाम का शि‍कार हो चुके हैं. बहुत संभव है कि इसी कारण उन्होंने हालात को देखते हुए आईआईटी में ऐसा बयान दिया.

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