राजधानी दिल्ली में अब प्रॉपर्टी खरीदना और महंगा हो गया है. प्रॉपर्टी के सर्किल रेट सरकार ने बढ़ा दिए हैं और उपराज्यपाल ने सर्किल रेट बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. हर वर्ग के सर्किल रेट में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है और नई दरें मंगलवार से लागू होगी. राजस्व विभाग ने इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है.
नई दर के मुताबिक ए कैटेगिरी की कॉलोनियों में सर्किल रेट प्रति वर्ग मीटर 6,45,000 रुपये से बढ़ाकर 7,75,000 रुपये, बी कैटेगिरी में दर 2,04,600 रुपये से बढ़ाकर 2,45,520 रुपये, सी कैटेगिरी में 1,31,040 रुपये से बढ़ाकर 1,59,840 रुपये, डी कैटेगिरी में 1,06,384 से बढ़ाकर दर 1,27,680 रुपये, ई कैटेगिरी के दर 58,316 से बढ़ाकर, 70,070 रुपये, एफ कैटेगिरी में दर 47,141 से बढ़ाकर 56,640 रुपये, जी कैटेगिरी में 67,820 से बढ़ाकर 46,200 और एच कैटेगिरी में प्रति वर्ग मीटर दर 19,361 से बढ़ाकर 23,280 कर दिए गए हैं.
कैटेगिरी के मुताबिक ए कैटेगिरी में गोल्फ लिंक, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, वसंत विहार और राजेंद्र नगर जैसे इलाके हैं. वहीं बी कैटेगिरी में डिफेंस कॉलोनी, ग्रेटर कैलाश, पंचशील पार्क और हौजखास जैसे इलाके हैं. सी कैटेगिरी में अलकनंदा, लाजपत नगर, मालवीय नगर और वसंत कुंज जैसे इलाके हैं. डी कैटेगिरी में आईपी एक्सटेंशन, द्वारका, जनकपुरी और राजौरी गॉर्डन हैं.
इसके अलावा ई कैटेगिरी में चांदनी चौक, जामा मस्जिद, मोती नगर और रोहिणी जैसे इलाके हैं. एफ कैटेगिरी में आनंद पर्वत, हरि नगर, नंद नगरी और उत्तम नगर को रखा गया है. जी कैटेगिरी में अंबेडकर नगर, टैगौर गॉर्डन, दक्षिणपुरी और विवेक विहार और सबसे अंत में एच कैटेगिरी में सुल्तानपुर माजरा, जहांगीर पुरी और इंद्रपुरी जैसे इलाके हैं.
वैसे वित्त विभाग ने सर्किल दर में 20 से 60 फीसदी तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव उपराज्यपाल को दिया था, लेकिन उपराज्यपाल ने 20 फीसदी तक की वृद्धि को मंजूरी दी है.
गौरतलब है कि प्रॉप्रटी की बाजार दरों और सर्किल रेट के बीच अभी 200 फीसदी से भी ज्यादा का गैप बना हुआ था.