दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को ठगने वाले हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश किया है. इस गैंग के तीन सक्रिय बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान नीरज त्यागी उर्फ धीरू (42), आशीष माथुर (31) और दीपक उर्फ सजन (30) के रूप में हुई है. इनमें से दो आरोपी नीरज और दीपक पहले से बिंदापुर थाने में दर्ज एक हनी ट्रैप मामले में वांछित थे.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने दिल्ली पुलिस के फर्जी आईडी कार्ड और वर्दी का इस्तेमाल करके भोले-भाले लोगों को ठगा. क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर 24 दिसंबर को मुख्य कंझावला रोड पर जाल बिछाया और आरोपियों को एक कार से पकड़ा. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने अपराध कबूल कर लिया.
हैनीट्रैप गैंग के तीन बदमाश गिरफ्तार
अगस्त 2024 को बिंदापुर थाने में दर्ज हुए मामले में डॉक्टर को एक महिला ने फोन पर बातों में उलझाया. डॉक्टर को इलाज के बहाने महिला ने अपने फ्लैट पर बुलाया, जहां फर्जी पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़कर 9 लाख रुपये वसूले थे. पुलिस को इस गैंग की लंबे समय से तलाश थी. इस गैंग में शामिल दो महिलाएं फरार चल रही हैं, जिनकी तलाश के लिए पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है.
डॉक्टर को फंसाकर वसूले थे 9 लाख रुपये
क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से तीन फर्जी दिल्ली पुलिस आईडी कार्ड, एक हेड कांस्टेबल रैंक की वर्दी, एक आई-20 कार और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले पर क्राइम ब्रांच का कहना है कि आरोपी सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपने झांसे में लेते. उन्हें होटल में या किसी कमरे में अकेले मिलने के लिए बुलाते. फिर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उगाही करते थे. महिलाओं का बातचीत का तरीका ऐसा होता था कि कोई भी शख्स इनकी बातों में फंस जाता.