दिल्ली-एनसीआर में चिकनगुनिया और डेंगू से प्रभावित मरीजों का इलाज कर रहे हॉस्पिटल्स का बुरा हाल है. कुछ हॉस्पिटल्स ने ऑडिटोरियम को ही वार्ड में बदल दिया है, एक बेड पर दो मरीजों को रख रहे हैं, वहीं किसी ने वार्निंग बोर्ड लगा दिया है कि बेड के लिए 8 से 10 घंटों तक इंतजार करना पड़ सकता है.
दिल्ली के हेडगेवार हॉस्पिटल में मरीजों को बेड लेने के लिए काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. कई वार्डों के चक्कर काटने के बाद अगर बेड मिल भी रहा है तो एक बेड पर दो मरीज रखे जा रहे हैं. मरीजों की शिकायत है कि डॉक्टर कई घंटे तक चेकअप करने भी नहीं आते.एक लड़की की हालत तो ऐसी थी कि वह दर्द से कराह रही थी, उसके हाथ में ग्लूकोज की बोतल भी चढ़ी हुई थी, लेकिन डॉक्टर काफी वक्त तक इलाज और बेड मुहैया नहीं करा पा रहे थे.
गाजियाबाद और नोएडा के हॉस्पिटल भी मरीजों के इलाज में काफी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. नोएडा सेक्टर 11 के मेट्रो हॉस्पिटल ने गेट पर नोटिस लगा दिया कि उनके यहां कोई बेड खाली नहीं है. इंतजार 8 घंटे तक का हो सकता है. वहीं नोएडा के ही भीमराव अंबेडकर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने दीवार के पास ही आधा दर्जन बेड लगा दिए हैं.
एक ही परिवार के कई लोग हो रहे शिकार
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन हॉस्पिटल्स में डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण के साथ आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अंबेडकर हॉस्पिटल में एक ही बेड पर दो बच्चों का इलाज करा रहे सुभाष बसोया ने बताया कि उनके 12 और 5 साल के बच्चों को हाई फीवर हो गया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो वे उन्हें दिल्ली लेकर जाएंगे. गौतम बुद्ध नगर के चीफ मेडिकल ऑफिसर विजय दीपक वर्मा का कहना है कि इस साल नोएडा में चिकनगुनिया के 27 और डेंगू के 4 मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अंबेडकर हॉस्पिटल जहां 100 मरीजों को रख सकता है, वहीं बीते कुछ दिन में यहां 250 लोग आए हैं.
90 नर्स की जरूरत, लेकिन हैं 20 से भी कम
गाजियाबाद के एमएमजी हॉस्पिटल में चिकनगुनिया का इलाज करा रहे मरीजों के बेड पर मच्छरदानियां लगा दी गई हैं, ताकि उनसे किसी और तक बीमारी न पहुंचे. यहां के कुछ हॉस्पिटल स्टाफ भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल सुपरवाइजर जेके त्यागी ने बताया कि हमें 90 नर्सों की जरूरत है, लेकिन हमारे पास 20 से भी कम नर्सें हैं, 5 खुद वायरल फीवर की शिकार हैं. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में 166 बेड हैं, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से एक बेड पर दो मरीजों को रखना पड़ रहा है.
डेंगू के 60 मामले, चिकनगुनिया के 40
एमएमजी हॉस्पिटल अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार को जिन 93 सैंपल की जांच की गई थी, उसमें से 17 चिकनगुनिया से पॉजिटिव पाए गए. वहीं, रविवार को 90 ब्लड सैंपल्स में से 10 केस डेंगू के पाए गए. 22 अगस्त के बाद से डेंगू के 60 और चिकनगुनिया के 40 मामले सामने आ चुके हैं. एक हॉस्पिटल में अपनी मां का इलाज करा रही निधि पांडेय ने कहा कि उनके पिता की मौत भी चिकनगुनिया से हो गई थी और अब मां भी इसकी चपेट में आ गई है.