दिल्ली के चर्चित और ऐतिहासिक जनपथ होटल में रातों रात 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है. कर्मचारी सुबह से ही होटल के मेन गेट पर जुटे हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बगैर किसी पूर्व सूचना और किसी नोटिस के होटल की नौकरी से निकाल दिया जाना आश्चर्यजनक है. जबकि कई कर्मचारी 15 साल से भी ज्यादा पुराने हैं.
कर्मचारियों को इस तरह अचानक नौकरी से निकाले जाने के बाद उनके सामने रोजगार और जीविका दोनों का संकट आ गया है.
दरअसल, होटल में काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारी किराये के घर में रहते हैं. ऐसे में नौकरी जाने के बाद किराये और घर चलाने की व्यवस्था करना उनके लिए मुश्किल का सबब बन जाएगा.
होटल के गेट से बाहर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि होटल प्रशासन उनके साथ ऐसा कर सकता है और इस तरह का कदम उठा सकता है, यह किसी ने सोचा नहीं था.
हाल ही में खबर आई थी कि देश के इस ऐतिहासिक होटल को जल्दी ही बंद किया जा सकता है. खबरों के अनुसार इस होटल को बंद करके इसे आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय को सुपुर्द कर दिया जाएगा.
इस बारे में NBCC का कहना था कि होटल की जगह को नए सिरे से इस्तेमाल किए जाने की योजना तैयार की जा रही है. इसके लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया गया है.
माना जा रहा है कि इस होटल की जगह मल्टिस्टोरी ऑफिस कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जा सकता है.