आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए किसी सरकारी मकान की तलाश बंद कर दी गई है. उनके लिए पहले चुने गए पांच कमरों वाले डुप्लेक्स मकान को बाद में लेने से इनकार कर देने के बाद अब उनके लिए कोई सरकारी मकान नहीं ढूंढ़ा जा रहा है.
दिल्ली में केजरीवाल के लिए डीडीए ने दो डुप्लेक्स मकान उनके लिए अलॉट किए थे लेकिन जनता के दबाव में उन्होंने उसे लेने से इनकार कर दिया. अब उन्होंने तलाश बंद कर दी है. समाचार पत्र द टाइम्स ऑफ इंडिया ने खबर दी है कि इसके बाद अब उनके लिए कोई सरकारी मकान नहीं तलाशा जा रहा है.
दिल्ली सरकार ने अर्बन हाउसिंग मंत्रालय को लिखा था कि वह नए सीएम के लिए नया मकान ढूंढे़. इसी के तहत वह मकान अलॉट किया गया था.
अब सीएम ने वह मकान लेने से इनकार तो कर दिया है, लेकिन उसे अधिकृत तौर से लेने से इनकार भी नहीं किया है. यानी ऑफिशियली कुछ नहीं कहा गया है. ऐसी हालत में नए मकान की तलाश नहीं की जा रही है. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल इन दिनों इतने व्यस्त हैं कि वे इस दिशा में कुछ सोच नहीं पा रहे हैं.
इसका मतलब यह हुआ कि नए सीएम को सरकारी मकान में जाने के लिए कुछ समय और इंतज़ार करना होगा और वह यूपी के कौशांबी में अपने मकान में रहते रहेंगे.