अरविंद केजरीवाल के नए ऑडियो स्टिंग के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) में कलह और तेज हो गई है. टेप में अरविंद केजरीवाल योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और प्रोफेसर आनंद कुमार के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दे रहे हैं. इस पर योगेंद्र यादव ने कहा है कि उन्हें छोटे भाई ने गाली दी है और उन्हें कोई शिकायत नहीं है.
मैं आहत और शर्मिंदा हूं: आनंद कुमार
केजरीवाल की भाषा से आहत प्रोफेसर आनंद कुमार ने कहा, 'मैं आहत और शर्मिंदा महसूस कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि यह झूठ हो. उनसे पूछिए जिन्होंने यह भाषा इस्तेमाल की हो. मेरे करियर के दौरान किसी ने किसी के लिए ऐसी भाषा इस्तेमाल नहीं की.'
नया टेप सामने आने के बाद केजरीवाल खेमे के नेताओं की बैठक हुई. बैठक में शामिल रहे आशीष खेतान ने कहा, 'पार्टी में जो कुछ चल रहा है हमने उस पर चर्चा की. हमें निराशा हुई है. हम आजकल अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस से ज्यादा योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की प्रेस कॉन्फ्रेंस से डरे हुए हैं. अगर हमने उनके हिस्से की बातचीत रिकॉर्ड कर ली होती तो वह जनता के सामने मुंह दिखाने लायक नहीं होते.' गोपाल राय ने बताया कि बैठक में केजरीवाल ने वह पीड़ा सामने रखी जिससे वह दो-चार हो रहे हैं.
प्रशांत भूषण ने कहा कि फोन पर हुई बात के भाव ज्यादा खतरनाक हैं. भाषा तो गुस्से में खराब हो सकती है, लेकिन भाव ही गंदे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी की जागीर नहीं है. यहां कार्यकर्ता और नेशनल काउंसिल सर्वोपरि हैं.
छोटे भाई ने दी है गाली, मुझे शिकायत नहीं: योगेंद्र
AAP नेता योगेंद्र यादव ने इस पर हमेशा की तरह अपने 'मधुर' अंदाज में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'पिछले साल अरविंद केजरीवाल ने मुझे अपना बड़ा भाई माना था. अगर उन्होंने ऐसा कुछ कहा है तो वह मेरे छोटे भाई हैं, मुझे कोई शिकायत नहीं है. व्यक्तिगत अपमान इतनी बड़ी बात नहीं है. यह मेरे लिए बिल्कुल भी मुद्दा नहीं है. लोग यह याद नहीं रखेंगे कि किसका अपमान किया गया बल्कि लोग यह याद रखेंगे कि हमने देश के लिए क्या किया.'
आपको तो केजरीवाल की तारीफ करनी चाहिए: आशुतोष
पार्टी इस मुद्दे पर केजरीवाल के साथ खड़ी नजर आ रही है. AAP नेता आशुतोष ने कहा, 'अगर यह केजरीवाल की आवाज है, तो उन्हें ऐसे शब्द इस्तेमाल नहीं करने चाहिए थे. लेकिन बातचीत को अलग संदर्भ में देखा जाना चाहिए. अगर कोई पार्टी को तोड़ने या हराने की कोशिश करेगा तो स्वाभाविक रूप से किसी को भी गुस्सा आ सकता है. कई बार लोग गुस्से में ऐसी बातें कह जाते हैं. आपको तारीफ करनी चाहिए कि कोई भी राष्ट्रीय संयोजक से बात कर सकता है. इसका मतलब है कि यह अरविंद केजरीवाल की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश है. हालांकि अभी तक टेप की प्रामाणिकता भी साबित नहीं हुई है. कल जब डील पूरी हुई अचानक एक स्टिंग सामने आ गया. इसमें मुझे केजरीवाल की छवि खराब करने की साजिश नजर आती है. '
छवि बिगाड़ने की कोशिश: दिलीप पांडे
केजरीवाल खेमे के एक और नेता दिलीप पांडे ने कहा कि पार्टी की जीत के बाद से केजरीवाल की छवि खराब करने के मकसद से फर्जी स्टिंग सामने आ रहे हैं. यह केजरीवाल की छवि बिगाड़ने की साजिश है. अगर आप किसी निजी बातचीत को स्टिंग कहने लगेंगे तो आप मूर्ख कहलाएंगे. इसे स्टिंग कहना ठीक नहीं है.
अब चुप क्यों हैं केजरीवाल: बीजेपी
आप नेताओं पर सत्ता का लोभ और अवसरवादी होने के आरोप लगाते हुए बीजेपी ने आज अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वह अपनी ही पार्टी के लोगों के आरोपों पर स्पष्टीकरण दें और कहा कि पूरे देश के समक्ष उनका असली चेहरा उजागर हो गया है. बीजेपी ने यह भी कहा कि उनके अपने लोगों द्वारा एक स्टिंग में लगाए गए आरोपों के मुताबिक आप में पारदर्शिता और लोकतंत्र नहीं है और सिद्धांत एवं स्वराज के इसके बड़े दावे छलावा हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, केजरीवाल दूसरे की गलतियों का भंडाफोड़ करने पर काफी बोलते हैं लेकिन उनके लोगों ने ही उनका भंडाफोड़ कर दिया . उनके लोगों ने ही उनका नकाब उतार दिया. उन्होंने कहा, केजरीवाल को स्टिंग में अपने लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए . वह चुप क्यों हैं ? उनकी चुप्पी बताती है कि जो बातें खुलकर आ रही हैं वे सत्य हैं .