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देश की राजधानी में अचानक कोरोना वायरस मामलों के साथ-साथ कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल्ली में सिर्फ अगस्त के महीने में 300 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 28 अगस्त तक पूरी दिल्ली में 803 एक्टिव कंटेनमेंट जोन हैं. दिल्ली में पिछले 10 दिन में 243 नए कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं.
'आजतक' को मिली जानकारी के मुताबिक 28 अगस्त तक सबसे ज्यादा दिल्ली के दक्षिण-पश्चिमी जिले में 321 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. वहीं दिल्ली के पश्चिमी जिले में 266 कंटेनमेंट जोन हैं. जुलाई से लेकर अगस्त तक इन दोनों जिलों में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं और यहां बड़ी संख्या में इलाकों को सील किया गया है.
इसके अलावा उत्तरी दिल्ली में 223, दक्षिणी दिल्ली में 184, पूर्वी दिल्ली में 141, शाहदरा में 121, मध्य दिल्ली में 101, दक्षिणी पूर्वी दिल्ली में 97, नई दिल्ली में 87, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली में 83 और उत्तरी पूर्वी दिल्ली में 70 कंटेनमेंट जोन हैं.
फिलहाल दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले में 162 एक्टिव जोन हैं. वहीं वेस्ट जिले में 113 इलाकों को को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. इसके बाद नॉर्थ में 110, साउथ में 102, सेंट्रल में 73, शाहदरा में 63, ईस्ट में 57, साउथ ईस्ट में 41, नई दिल्ली में 31, नॉर्थ वेस्ट में 29 और नॉर्थ ईस्ट में 22 कंटेनमेंट जोन हैं. कोरोना की शुरुआत से अबतक दिल्ली में कुल 1694 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, जिनमें से 891 को इलाकों को डीकंटेन किया जा चुका है. वहीं, 171 कंटेनमेंट जोन को आने वाले दिनों में मुक्त किया जा सकता है.
आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में 20 जून तक कंटेनमेंट जोन की कुल संख्या 262 थी और 21 जून के बाद 1360 कंटेनमेंट जोन बने हैं. बता दें कि दिल्ली सरकार ने एक अगस्त को कंटेनमेंट जोन में री-मैपिंग और री-डिजाइनिंग की प्रक्रिया शुरू की थी, तब कंटेंनमेंट जोन की संख्या 716 से घटकर 496 रह गई थी.
दिल्ली में जुलाई से पहले कंटेनमेंट जोन का दायरा काफी बड़ा था, बड़ा इलाका सील होने की वजह से हजारों की संख्या में लोग प्रतिबंध से प्रभावित थे. इसके बाद कंटेंनमेंट जोन का दायरा छोटा कर दिया गया था.