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Zepto डिलीवरी ब्वॉय की हादसे में मौत, कंपनी ने परिवार को दी 10 लाख की आर्थिक मदद

Zepto डिलीवरी ब्वॉय करण राजू 16 मई को ऑर्डर की डिलीवरी के बाद कंपनी के सेंटर लौटते समय हादसे का शिकार हो गया था. घर की आय कम होने के कारण छोटी उम्र में ही उसने घर की जिम्मेदारी उठा ली थी. दो महीने पहले ही उसने डिलीवरी का काम शुरू किया था.

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16 मई की रात दिल्ली के द्वारका में हुआ था सड़क हादसा (फाइल फोटो)
16 मई की रात दिल्ली के द्वारका में हुआ था सड़क हादसा (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली के द्वारका में तेज रफ्तार ने मार दी थी टक्कर
  • 19 मई को सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई मौत

दिल्ली के द्वारका साउथ में 16 मई को सड़क हादसे में जख्मी हुए Zepto डिलीवरी ब्वॉय करण राजू की 19 मई को मौत हो गई. वहीं इंस्टेंट ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप Zepto ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं. कंपनी द्वारा करण के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की गई है. साथ ही कंपनी ने 8 लाख रुपये इंश्योरेंस से मिलने पर वाले पैसे भी परिवार को दे दिए हैं. इतना ही नहीं कंपनी कंपनी ने 19 वर्षीय युवक के इलाज और अंतिम संस्कार का खर्च भी उठाया है. कंपनी ने करण की मौत के मामले में न्याय की मांग की है.

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बहन की शादी के लिए शुरू की थी नौकरी

जानकारी के मुताबिक करण राजू इसलिए कम उम्र में डिलीवरी ब्वॉय बन गया था क्योंकि उसे अपनी बहन की शादी करनी थी. पापा की सैलरी कम थी इसलिए उसने परिवार की कुछ जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली थी. नौकरी करते हुए उसे बस दो महीने बीते थे कि वह सड़क आदेश का शिकार हो गया. 

Zepto कंपनी ने लेटर जारी कर मौत पर जताया दुख

कंपनी ने जारी किया लेटर

Zepto ने अपने आधिकारिक बयान में पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा करते हुए कहा, "हम करण राजू की मौत से बहुत दुखी हैं. ऑनलाइन ग्रॉसरी वाली कंपनी जेप्टो के डिलीवरी पार्टनर जिप के लिए डिलीवरी ब्वॉय की नौकरी करता था. जब करण को किसी वाहन ने पीछे से टक्कर मारी तो ऐसा लगता है कि करण ने हेलमेट पहन रखा था और वह सड़क की बाईं ओर ही गाड़ी चला रहे थे. सामान की डिलीवरी के बाद वह हमारे केंद्र लौट रहे थे तभी दक्षिणी दिल्ली में हिट एंड रन की घटना हो गई. बाद में इलाज के दौरान सफदरजंग अस्पताल में उनका निधन हो गया."

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दोस्त ने पहुंचाया था अस्पताल

जानकारी के मुताबिक करण हादसे वाले दिन करीब रात 11:30 बजे सेक्टर -10 स्थित ऑफिस लौट रहा था. तभी किसी गाड़ी ने उसे टक्कर मारकर बुरी तरह जख्मी कर दिया था. इत्तेफाक था कि करण का दोस्त भी उसी रूट पर आ रहा था. सड़क पर जुटी भीड़ देखकर जब वह रुका तो उसने करण को जख्मी हालत में पाया और आनन-फानन में करण को अस्पताल पहुंचाया था.

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