दिल्ली में जब भी कोई चुनाव करीब होता है, तो दिल्ली बीजेपी में सिर-फुटव्वल भी शुरू हो जाती है. इस बार मामला मनोज तिवारी की टीम से जुड़ा हुआ है. जब से मनोज तिवारी को दिल्ली की कमान सौंपी गई है, तब से लगातार ये बातें सामने आ रही हैं कि वह बस चेहरा भर हैं, पार्टी को दिल्ली बीजेपी से जुड़े कुछ खास नेता चला रहे हैं. यही बात तब भी सामने आयी है, जब यूपी में चुनाव प्रचार के लिए तिवारी दिल्ली से दूर हैं और दिल्ली के नेता एमसीडी चुनाव में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू करने में लग गए. ये खबर जब यूपी में दौरा कर रहे तिवारी तक पहुंची, तो तिवारी ने न सिर्फ दिल्ली आकर नेताओं को तलब किया, बल्कि ये भी जता दिया कि अध्यक्ष की अनुमति के बिना एमसीडी चुनाव से जुड़ा कोई भी फैसला न लिया जाए.
अब आपको बताते हैं कि आखिर बीजेपी में चल रही अंदरूनी उठापटक की आखिर वजह क्या है.
1. तिवारी की गैरमौजूदगी में प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू की प्रदेश बीजेपी दफ्तर में सक्रियता, जिसे सूत्रों के मुताबिक मनोज तिवारी ने अध्यक्ष के कामकाज में दखलांदाज़ी माना और अपनी आपत्ति जताई.हालांकि दिल्ली बीजेपी के महामंत्री रवींद्र गुप्ता के मुताबिक, दिल्ली बीजेपी में कोई कलह नहीं है और न ही मनोज तिवारी के निर्देशों के बिना कोई कमेटी बनाई गई. दिल्ली में एमसीडी चुनाव को लेकर खुद मनोज तिवारी नज़र बनाए हुए हैं और उनकी अगुआई में ही चुनाव की तैयारी है.