फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर पर बिहार के भागलपुर में स्याही फेंकी गई है. तिलका मांझी यूनिवर्सिटी में वेरिफिकेशन के बाद शुक्रवार को जब पुलिस टीम उन्हें यहां से ले जा रही थी, तब कुछ छात्रों ने तोमर पर स्याही फेंक दी.
खबरों के मुताबिक, यह स्याही तोमर की शर्ट पर गिरी. बताया जाता है कि छात्रों ने AAP विधायक से हाथापाई करने की कोशिश भी की. यूनिवर्सिटी में तोमर की लॉ की डिग्री का वेरेफिकेशन ढाई घंटे से ज्यादा वक्त तक चला.
तोमर जब मांझी यूनिवर्सिटी पहुंचे थे, छात्रों ने तभी से तोमर के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया था और उन पर टमाटर और अंडे फेंके थे. इन छात्रों का संबंध किसी राजनीतिक छात्र संगठन से था, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिली है.
Bhagalpur (Bihar): Jitender Singh Tomar leaves from Tilka Manjhi University, protesters threw ink on him. pic.twitter.com/x4Scp5EP3W
— ANI (@ANI_news) June 12, 2015
तोमर के फर्जी डिग्री मामले में नया मोड़ उस वक्त आ गया, जब मुंगेर के विश्वनाथ सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ लीग स्टडीज के प्रिंसिपल आरके मिश्रा ने दावा किया कि तोमर ने इसी इंस्टीट्यूट से एलएलबी की परीक्षा पास की थी.
केजरीवाल ने मांगी थी सफाई
सूत्रों ने बताया कि जब तोमर के फर्जी डिग्री मामले की शुरुआत हुई थी, तभी केजरीवाल ने उनसे लिखित में सफाई मांगी थी. तब तोमर की सफाई के बाद केजरीवाल संतुष्ट हो गए थे, लेकिन अब इस मामले में पुलिस ने जो नए खुलासे किए हैं, उससे केजरीवाल को लग रहा है कि तोमर ने उन्हें और पार्टी को पूरी तरह से गुमराह किया था.
प्रिंसिपल का दावा
दिल्ली पुलिस तोमर को लेकर इस मामले के दस्तावेज जुटाने के लिए मुंगेर पहुंच चुकी है. प्रिंसिपल के दावे के बाद तोमर का पक्ष कुछ हद तक मजबूत हो सकता है कि उन्होंने उनके कॉलेज से एलएलबी की परीक्षा पास की थी. अंग्रेजी अखबार टाइम्स इंडिया की खबर के मुताबिक प्रिंसिपल मिश्रा ने कहा, 'उनके पास टैबुलेशन रजिस्टर शीट (TRS) की कॉपी सुरक्षित है, जो कॉलेज ने तिलका मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी भेजी थी.' लेकिन ऑरिजनल शीट यूनिवर्सिटी में गुम हो चुकी है.'