साउथ एमसीडी अब उसके पार्को में सिंचाई के लिए ग्राउंड वाटर की जगह सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के पानी का इस्तेमाल करेगा. योजना पर काम शुरू भी हो चुका है और एमसीडी के दल ने जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर भी चुके हैं. बताया जा रहा है कि जल बोर्ड ने इसके लिए हामी भी भर दी है.
अभी तक की योजना के मुताबिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से अलग-अलग पार्कों के लिए एक पाइपलाइन डाली जाएगी. इस पूरी योजना में लगभग 7 से 8 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है, लेकिन ये खर्च कौन उठाएगा ये अभी तय नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि फिलहाल सिर्फ ट्रायल के तौर पर इसे शुरू किया जाएगा, जिसके बाद सफल होने पर ही इसे परमानेंट लागू किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इससे दिल्ली की ग्राउंड वाटर की स्थिति में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है.
सबसे पहले इसे वेस्ट जोन में शुरू किया जाएगा, जहां साउथ एमसीडी के तहत लगभग 300 पार्क आते हैं. हालांकि जल बोर्ड के सीवेड ट्रीटमेंट प्लांट से पानी लेने की सूरत में एमसीडी को एक तय रकम हर महीने जल बोर्ड को देनी होगी. ये रकम क्या होगी फिलहाल उस पर भी बातचीत जारी है. इससे पहले साउथ एमसीडी के अंतर्गत आने वाले वसंत कुंज में भी पाइव स्टार होटल के सीवेज ट्रीटेड पानी से पार्कों की सिंचाई की योजना को लागू किया जा चुका है.